Move to Jagran APP

गलती से दूसरे खाते में हो गई पांच लाख की आरटीजीएस, अब कह रहा जमीन का सौदा करो

संवाद सहयोगी, साहा: गलत आरटजीएस में जहां गांव ढकौला के पांच लाख रुपये फंस गए, वहीं रुपये वापसी कर

By JagranEdited By: Published: Mon, 07 Oct 2019 08:00 AM (IST)Updated: Mon, 07 Oct 2019 08:00 AM (IST)
गलती से दूसरे खाते में हो गई पांच लाख की आरटीजीएस, अब कह रहा जमीन का सौदा करो
गलती से दूसरे खाते में हो गई पांच लाख की आरटीजीएस, अब कह रहा जमीन का सौदा करो

संवाद सहयोगी, साहा: गलत आरटजीएस में जहां गांव ढकौला के पांच लाख रुपये फंस गए, वहीं रुपये वापसी करवाने के नाम पर एक शातिर पचास हजार रुपये और ले गया। अब जिस नायब सिंह निवासी गांव लंगरछन्नी के अकाउंट में यह रकम ट्रांसफर हुई है, वह जमीन सौदे का दबाव बना रहा है और रुपये लौटाने में आनाकानी कर रहा है। मामला 5 अप्रैल 2019 का है, जिसके बाद से ही रुपये वापस नहीं किए जा रहे हैं। साहा थाना पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

loksabha election banner

पुलिस को दी शिकायत में गुरबचन सिंह ने बताया कि उन्होंने किसी के नाम पांच लाख रुपये की आरटीजीएस करवानी थी। फार्म भरते समय अकाउंट नंबर गलत हो गया। सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक साहा के माध्यम से पंजाब एंड सिध बैंक में किसी अन्य के खाते में रकम ट्रांसफर हो गई। इस पर बैंक को सूचित किया, जिसने खाता फ्रीज कर दिया। लेकिन तब तक लंगरछन्नी के रहने वाले नायब सिंह, जिसके अकाउंट में गलती से यह रकम चली गई थी, ने यह रुपये निकलवा लिए। पीड़ित गुरबचन सिंह ने बताया कि अप्रैल से इस व्यक्ति से संपर्क कर रुपये वापस मांग रहे हैं, लेकिन यह रुपये देने में आनाकानी कर रहा है। इतना ही नहीं, एक व्यक्ति पचास हजार रुपये और ले गया। बाद में शातिरों ने एक शपथ पत्र प्रस्तुत करते हुए उससे जमीन का सौदा करने की डिमांड करने लगा। 22 मई को उक्त व्यक्त को लीगल नोटिस भी दिया, लेकिन इसके बावजूद कोई रिकवरी नहीं हुई है। उल्टा 13 मार्च 2019 का एक शपथ पत्र, जिस पर जमीन को लेकर कुछ लिखा गया है, प्रस्तुत कर दिया ताकि जमीन का सौदा हो सके। इस शपथ पर किसी के हस्ताक्षर तक नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.