अंबाला में रोडवेज को दो करोड़ से अधिक का घाटा
कोरोना महामारी से रोडवेज की नैया डगमगाने लगी है। असर इतना जबरदस्त है कि डिपो की एक तिहाई बसें सड़कों पर रह गई हैं जिसके चलते बसों के किलोमीटर घट गए।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : कोरोना महामारी से रोडवेज की नैया डगमगाने लगी है। असर इतना जबरदस्त है कि डिपो की एक तिहाई बसें सड़कों पर रह गई हैं, जिसके चलते बसों के किलोमीटर घट गए। ऐसे में रोडवेज को दो करोड़ से अधिक का फटका लग चुका है। यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो यह नुकसान आगे भी और बढ़ सकता है। बता दें लॉकडाउन से पूर्व अंबाला डिपो की 190 बसें अगल-अलग मार्गो पर चलती थीं और अभी मात्र 63 बसें ही मार्गों पर चल रही हैं।
बता दें अंबाला डिपो में 190 बसें है जिनमें लॉकडाउन से पूर्व इनमें रोजाना करीब 25 हजार यात्री सफर करते थे। इससे विभाग 14 लाख रुपये की आमदनी होती थी, जो कि अब 20 फीसद घट गई है। यहां बता दें डिपो की सालाना 45 करोड़ से अधिक की टर्नओवर है, ऐसे में कोरोना के चलते इस पर भी असर पड़ेगा।
------- चुनिदा मार्ग पर ही चल रहीं बसें
महामारी अलर्ट के चलते आधे से ज्यादा रूट बंद पड़े हैं। केवल चुनिदा मार्गो पर बसों की ही चलाया जा रहा है। बाकी ऐसे ही वर्कशॉप में खड़ी हैं। स्थिति सही होने के बाद अन्य मार्ग भी खोल दिए जाएंगे। उधर, कोरोना के चलते रोडवेज बस में बिना मास्क के सवारियों को नहीं बैठाया जा रहा है, बकायदा बसों के अंदर सैनिटाइजर रखे गए हैं। उधर, रोडवेज ने सवारियों के भविष्य और महामारी को देखते हुए रूट पर बस को भेजने से पूर्व वर्कशॉप में ही सैनिटाइज करने के बाद मार्ग पर भेजा जा रहा है।
-----
वर्जन
कोरोना महामारी अलर्ट के चलते एक तिहाई बसें ही मार्गों पर चल रही हैं। इसके चलते विभाग को नुकसान होना स्वाभाविक है। जैसे ही ऊपर से आदेश आएंगे बसों सभी बसों को मार्गों पर भेजा जाएगा।
-मुनीष सहगल, जीएम, रोडवेज, अंबाला।