जेल में हवालाती की बिगड़ी तबीयत, कर्मियों के हाथ पांव फूले
बुधवार सुबह जेल में बंदी की अचानक तबीयत बिगड़ गई। इससे वहां के कर्मचारियों के हाथपांव फुल गए। आनन-फानन में उसे नागरिक अस्पताल लेकर आए। इस दौरान उसके ऊपर के होंठ पर सूजन और नाक से निकला खून भी सूखा हुआ मिला।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : बुधवार सुबह जेल में बंदी की अचानक तबीयत बिगड़ गई। इससे वहां के कर्मचारियों के हाथपांव फुल गए। आनन-फानन में उसे नागरिक अस्पताल लेकर आए। इस दौरान उसके ऊपर के होंठ पर सूजन और नाक से निकला खून भी सूखा हुआ मिला। जेल सूत्रों के अनुसार हवालाती ने गुस्से में गोलियां खा ली थी, जिससे उसकी हालत खराब हुई, परंतु जेल अधिकारियों के मुताबिक हवालाती के पास से खाने की ऐसी कोई वस्तु नहीं मिली, जिससे इसकी तबीयत बिगड़ी। बताया गया है हवालाती काफी समय से परिवार को जमानत के लिए बोल रहा था। फिलहाल हवालाती को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है जहां उसका इलाज चल रहा है। बता दें एनडीपीएस मामले में बंदी रहे बोह निवासी जतिद्र की दो नवंबर को जेल में तबीयत बिगड़ गई थी। उपचार के लिए उसे नागरिक अस्पताल लाया गया था। परंतु उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद परिजनों ने मौत पर काफी विरोध किया था।
शहर पुलिस ने यह दर्ज किया हुआ है मामला
दरअसल, डेहा कॉलोनी निवासी रेणुका ने शहर पुलिस को शिकायत में बताया था कि वह प्राइवेट नौकरी करती है और उसका पति गुरविद्र उसके साथ अकसर मारपीट करता रहता है। उसने कई बार विरोध भी किया, लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। आरोप है एक दिन उसने बुरी तरह से पिटाई की। शोर की आवाज सुनकर उसकी सास सीमा आ गई और उन्होंने किसी तरह से उसके चंगुल से छुड़वाया और उसे जान से मारने की धमकी दी। परेशान होकर उसने इसकी शिकायत शहर पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर विभिन्न धाराओं के तहत आरोपित के खिलाफ केस दर्ज किया। मिली जानकारी के अनुसार आरोपित गुरविद्र काफी समय से परिवार को जमानत के लिए बोल रहा था।
वर्जन
हवालाती ने कुछ नहीं खाया और न ही उसके पास से कुछ मिला है। उपचार के लिए उसे नागरिक अस्पताल ले जाया गया था। जहां उसका इलाज चल रहा है।
-विशाल छिब्बर, डिप्टी सुपरिटेंडेंट, सेंट्रल जेल।