रेलवे ने पत्रकारों को दिव्यांग की श्रेणी में डाला, ऑनलाइन बुकिंग में गड़बड़
रेलवे ने ऑनलाइन ट्रेन रिजर्वेशन में मान्यता प्राप्त पत्रकारों को दिव्यांग श्रेणी में रख दिया है। यह गड़बड़ी आइआरसीटीसी की बेवसाइट पर है।
अंबाला, [दीपक बहल]। रेलवे ने ट्रेनों में आरक्षण के लिए पत्रकारों को दिव्यांगों की श्रेण्ी में रख दिया है। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आइआरसीटीसी) की वेबसाइट पर मान्यता प्राप्त पत्रकारों को रियायत का लाभ लेने के लिए पहले दिव्यांग ऑप्शन पर क्लिक करना पड़ता है। इसके बाद मीडिया का विकल्प खुलता है। पिछले डेढ़ साल से यह सुविधा मिलने के बाद से रेलवे अपनी गलती नहीं सुधार रहा हैै।
रेल मंत्रालय ने दे रखी है ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा, डेढ़ साल बाद भी रेलवे ने नहीं सुधारी लापरवाही
बता दें कि मान्यता प्राप्त पत्रकारों को बेसिक टिकट में 50 फीसद रियायत मिलती है। इसके लिए रेलवे, राज्य जन सूचना विभाग की सिफारिश पर दो साल के लिए कार्ड एवं पहचान पत्र जारी करता है। पत्रकारों की पत्नियों को भी छूट का लाभ मिलता है। कार्ड की प्रतिलिपि रेलवे कंप्यूटरीकृत आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) कार्यालय में फार्म के साथ दी जाती थी।
इसके बाद टिकट जारी किया जाता था। पत्रकारों की सुविधा बढ़ाने के लिए रेल मंत्रालय ने 29 मार्च 2017 को ऑनलाइन टिकट बुक कराने की सुिवधा दी थी और तब से उन्हें रेलवे दिव्यांग मान रहा है। यह लापरवाही आइआरसीटीसी के अधिकारियों की तरफ से हुई है। डेढ़ साल पहले जब मीडिया को ऑनलाइन बुकिंग सुविधा दी गई, तब रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (क्रिस) को होम पेज पर मीडिया व दिव्यांग के विकल्प के बारे में नहीं बताया गया था। यही कारण है कि सुविधा शुरू होने से लेकर आज तक त्रुटि सुधारी नहीं गई है।
उम्र दर्ज करने पर बच्चों व सीनियर सिटीजन को मिलती है टिकट
रेलवे में रियायती टिकट बनाने के लिए सीनियर सिटीजन व बच्चों के लिए किसी भी होम पेज में कोई अलग से विकल्प नहीं दिया गया है। फार्म पर उम्र भरते ही कंप्यूटर आनलाइन रियायती टिकट जारी कर देता है। दूसरी तरफ मान्यता प्राप्त पत्रकार और दिव्यांग के लिए विकल्प दिया हुआ है।
आइआरसीटीसी से सुधरवाएंगे : सीपीआरओ
उत्तर रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन आफिसर (सीपीआरओ) दीपक कुमार से बात की गई तो उनका कहना था कि यह खेदजनक है और इस संबंध में आइआरसीटीसी की वेबसाइट में सुधार कराया जाएगा।
क्रिस से करेंगे बात: सिद्धार्थ
आइआरसीटीसी के प्रवक्ता सिदार्थ सिंह ने माना कि मीडिया को इस श्रेणी में डाल रखा है। इसके लिए क्रिस (सेंटर फॉर रेलवे इन्फार्मेशन सिस्टम) से बातचीत कर इसे सुधारा जाएगा।