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रेलवे के नोटपैड पर लिखा स्टेशन व धार्मिक स्थल उड़ाने का पत्र

ैहरियाणा के अलावा उत्तर प्रदेश के रेलवे स्टेशन, आर्मी कैप, धार्मिक स्थल व पेट्रोल प्लांट को उड़ाने की धमकी भरा पत्र सामान्य पेज नहीं बल्कि उत्तर रेलवे के नोटपैड पर लिखा गया है। हालांकि एक पेज सामान्य रजिस्टर से लिया गया है। रेलवे के नोटपैड पर धमकी लिखने की बात सामने आने के बाद जांच टीमों के भी होश उड़े हुए हैं कि कहीं इस मामले में किसी रेल कर्मचारी का तो हाथ नहीं हैं। ऐसे में जांच टीमें इस पहलु को आधार मानकर मामले की जांच कर रही है। फिलहाल यह पत्र स्टेशन डायरेक्टर के कमरे में टेबल तक कैसे पहुंचा, इसे लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Sep 2018 01:16 AM (IST)Updated: Wed, 26 Sep 2018 01:16 AM (IST)
रेलवे के नोटपैड पर लिखा स्टेशन व 
धार्मिक स्थल उड़ाने का पत्र
रेलवे के नोटपैड पर लिखा स्टेशन व धार्मिक स्थल उड़ाने का पत्र

हरीश कोचर, अंबाला

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हरियाणा के अलावा उत्तर प्रदेश के रेलवे स्टेशन, आर्मी कैप, धार्मिक स्थल व पेट्रोल प्लांट को उड़ाने की धमकी भरा पत्र सामान्य पेज नहीं बल्कि उत्तर रेलवे के नोटपैड पर लिखा गया है। हालांकि एक पेज सामान्य रजिस्टर से लिया गया है। रेलवे के नोटपैड पर धमकी लिखने की बात सामने आने के बाद जांच टीमों के भी होश उड़े हुए हैं कि कहीं इस मामले में किसी रेल कर्मचारी का तो हाथ नहीं हैं। ऐसे में जांच टीमें इस पहलु को आधार मानकर मामले की जांच कर रही है। फिलहाल यह पत्र स्टेशन डायरेक्टर के कमरे में टेबल तक कैसे पहुंचा, इसे लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच के लिए कई टीमों का गठन कर दिया गया है। उधर, मामला सेना मुख्यालय में पहुंचने के बाद खुफिया एजेंसियां भी सतर्क हो गई है और अपने-अपने लेवल पर मामले की जांच कर रही है।

दरअसल रेलवे स्टेशन डायरेक्टर बीएस गिल के कमरे में टेबल पर लिफाफे में बंद जो पत्र मिला है उसके दो पेज है। पहला पेज किसी रजिस्टर से लिया गया है जिसमें विभिन्न जगहों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। वहीं दूसरा पेज उत्तर रेलवे की नोडपैड का है जिसमें उत्तर रेलवे की दो जगह नीले रंग की स्टैंप व बीच में मोहर भी लगी हुई है। रेलवे के इस पेज पर धमकी देने वालों ने अपना नाम व पता कराची पाकिस्तान लिखा हुआ है। ऐसे में अब यह जांच का विषय है कि उत्तर रेलवे के पेज पर यह धमकी जानबूझकर लिखी गई है या फिर ध्यान भटकाने के लिए यह चाल चली गई है। हालांकि यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा लेकिन जांच टीमों ने इस एंगल पर भी अपनी जांच शुरू कर दी है।

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सीसीटीवी कैमरा ही मिला खराब

मामला दर्ज करने के बाद जीआरपी डीएसपी शीतल ¨सह, थाना प्रभारी रामबचन व आरपीएफ सीआइबी इंस्पेक्टर सुखदेव राज अपनी-अपनी टीमों के साथ सीसीटीवी वाले कमरे में पहुंचे। हालांकि टीम जब यहां पहुंची तो कमरे पर ताला लगा हुआ था और कोई कर्मी यहां मौजूद नहीं था। करीब 20 मिनट बाद कर्मी यहां पहुंचा और उसके बाद कैमरे की फुटेज खंगाली गई। लेकिन स्टेशन डायरेक्टर के कमरे की ओर जाने वाला कैमरा ही खराब निकला। वहीं कमरे में बाहर की तरफ बने दरवाजे की फुटेज खंगाली तो वह कैमरे की पकड़ से काफी दूर नजर आई। इस तरह से कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद भी पुलिस को कोई अहम सुराग नहीं मिला।

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इस एंगल पर जांच कर रही टीम

जीआरपी, सीआइए व खुफिया एजेंसी की जांच टीमें इस मामले में अलग-अलग एंगल पर जांच कर रही है। इसमें जांच के विषय पर मुख्य एंगल यह है कि आखिर धमकी भरा पत्र डायरेक्टर के कमरे में कैसे पहुंचा। इसलिए टीम ने सबसे पहले डायरेक्टर के कमरे में कार्यरत कर्मियों से पूछताछ की। इसके अलावा कमरे में डाक की फाइलें लेकर आने वाले कर्मियों से भी पूछताछ शुरू कर दी है। साथ ही इन कर्मियों को यह डाक किस-किस जगह और किस कर्मी ने दी है, उन्हें भी पूछताछ में शामिल किया जा रहा है।

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सेना इंटेलीजेंस मान रही फेक

दो राज्यों में बम से उड़ाने की धमकी मिलने का पता कुछ ही देर बाद सेना मुख्यालय में भी पहुंच गया। इसके बाद सेना की खुफिया एजेंसियों ने अपने स्तर पर इस पत्र की अपने स्तर पर जांच की। प्राथमिक जांच में सामने आया कि यह पत्र फर्जी है और किसी ने शरारत की है। हालांकि इसके बावजूद वह इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। सेना की खुफिया एजेंसी से जुड़े एक अफसर ने बताया कि कोई भी आतंकवादी धमकी के पत्र में इस तरह की भाषा का प्रयोग नहीं करता है। उन्होंने बताया कि वह पहले भी कई ऐसे मामलों की जांच कर चुके है और आतंकी जेहादियों की कसम कभी नहीं खाते है। हालांकि वह मामले की जांच कर रहे हैं और जल्द ही इसका खुलासा भी कर देंगे।

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जल्द मामले का खुलासा होगा

मामले को सुलझाने के लिए अलग-अलग टीमों का गठन कर दिया गया है। उत्तर रेलवे के नोटपैड पर पत्र लिखा गया है, इसकी भी जांच की जा रही है कि कहीं इसमें किसी रेलकर्मी का तो हाथ नहीं है। जल्द ही वह इस मामले को सुलझा लेंगे। स्टेशन पर पहले ही सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

शीतल ¨सह, डीएसपी, जीआरपी।


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