सेना भर्ती में पंजाब की बेटियों की ऊंची उड़ान
महिला सोल्जर (जीडी) की भर्ती में पंजाब से आई उम्मीदवारों ने दिखाया दमखम। बोलीं पंजाब हमेशा दुश्मनों के आगे डटा रहा है हम भी डटेंगे।
जागरण संवाददाता, अंबाला: सेना में महिला सिपाही (जनरल ड्यूटी) में भर्ती में मंगलवार को पंजाब की बेटियों ने जोश दिखाया। भर्ती प्रक्रिया में उत्साह से भाग लिया। इन बेटियों ने भी बताया कि किस तरह वे देश सेवा के लिए सेना में आना चाहती हैं। स्कूल से ही तय कर लिया था कि देश के लिए कुछ करना है और यह मौका मिल गया। यह मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहती हैं। यदि सिलेक्शन नहीं भी होता तो कोई मलाल नहीं, दोबारा पूरे जोश के साथ फिर से किस्मत आजमाएंगे, लेकिन जोश कम नहीं होगा। दुश्मन देश जान ले, हिंदुस्तान की बेटियां किसी से कम नहीं
लुधियाना के राजकीय कॉलेज में बीएससी नॉन मेडिकल कालेज में पढ़ती हूं। परिवार लेबर करती है और गुजारा काफी मुश्किल से होता है, लेकिन परिवार ने उन्हें कमी महसूस नहीं होने दी और देश सेवा के उनके जज्बे को प्रेरित किया। फौजियों को देखकर जोश भर जाता है और मुझे तो आर्मी में ही भर्ती होकर देश सेवा करनी है।
- लक्ष्मी, दोराहा, पंजाब बीकॉम प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रही हूं, लेकिन देश के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना है। इसी कारण से सेना में भर्ती होकर देश के लिए कुछ करना चाहती हूं। आर्मी आलराउंडर है और हर विपत्ति में देश के लोगों की मदद करती है। देश के लोगों की सेवा करनी है और इसके लिए सेना से बेहतर कोई विकल्प नहीं है।
- अर्शदीप कौर, संगरूर, पंजाब जब किसी फौजी को वर्दी में देखा तो लगा कि मैं भी अपने देश के लिए सेना में भर्ती होकर कुछ कर सकती हूं। यह वर्दी ऐसी है जो लोगों में विश्वास पैदा करती है। पिता जी ने भी मेरी इच्छा को कम नहीं होने दिया और हर कदम पर हौसला बढ़ाया। भर्ती का परिणाम चाहे कुछ हो, हर बार सिर्फ सेना को ही ज्वाइन करने की कोशिश करनी है।
- आंचल, लालड़ू पिता जी एडीसी ऑफिस में क्लर्क हैं। स्कूल से ही तय किया था कि आर्मी में भर्ती होना है। देश के दुश्मनों के सामने पंजाब हमेशा ही चट्टान की तरह खड़ा है और मैं भी दुश्मनों को बताना चाहती हूं कि महिलाएं भी कम नहीं हैं। देश सेवा के लिए आर्मी से बेहतर कोई और दूसरा रास्ता नहीं है।
- शीतल, होशियारपुर