सार्वजनिक शौचालय की हालत खस्ता, सफाई तक नहीं होती
सार्वजनिक शौचालय तो प्रशासन ने बनाकर दे दिए हैं लेकिन इनका कुछ तो अभी से खस्ता होने लगे हैं। दूसरी ओर कुछ ऐसे हैं जिनमें गंदगी का आलम है और इस्तेमाल करने लायक नहीं हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला : सार्वजनिक शौचालय तो प्रशासन ने बनाकर दे दिए हैं, लेकिन इनका कुछ तो अभी से खस्ता होने लगे हैं। दूसरी ओर कुछ ऐसे हैं, जिनमें गंदगी का आलम है और इस्तेमाल करने लायक नहीं हैं। यह शौचालय काफी समय से खस्ता हालत में हैं, लेकिन इनकी ओर किसी का कोई ध्यान नहीं है। यही कारण है कि लोग भी इनका इस्तेमाल करने से कतरा रहे हैं। हालांकि कुछ शौचालय नए बनाए गए हैं, जबकि धीरे-धीरे यह भी उसी हालत में जाते दिख रहे हैं।
छावनी में सार्वजनिक शौचालयों की हालत कुछ ज्यादा सही नहीं हैं। हालांकि कुछ तो नए बनाए गए हैं, लेकिन यह गंदगी की भेंट चढ़ते जा रहे हैं। छावनी के हिल रोड के पास बना शौचालय गंदगी से भरा था। प्रशासन द्वारा इसे नया बनाया जा रहा है। यह शौचालय कुछ ही दिनों में बनकर तैयार होगा, जबकि गंदगी सीवरेज में ही डाली जाएगी। दूसरी ओर राजकीय कालेज अंबाला छावनी के नजदीक कबाड़ी बाजार का सार्वजनिक शौचालय बनाया गया है, लेकिन यहां पर बनाई दीवार में भी दरार आ चुकी है और यह कभी भी गिर सकती है। दूसरी ओर अंबाला छावनी की ही गांधी मार्केट में गुड़गुड़िया नाले की पुलिया के पास बना शौचालय भी गंदगी से हटा है। यह शौचालय भी कुछ माह पहले ही बनाया गया है। इसके अलावा इंदिरा पार्क का शौचालय तो ऐसा है कि महीनों से साफ ही नहीं हुआ। इसी तरह राजकीय कालेज चौक पर बना शौचालय भी गंदगी व बदबू से भरा पड़ा है। इसके अलावा रामबाग रोड पर की पार्किंग में बने शौचालय की भी हालत खस्ता ही है।
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यह कहते हैं लोग
स्थानीय निवासियों में बृज भूषण गुप्ता, प्रभजोत, दीपक और अजय का कहना है कि बाजार में शौचालय तो बना दिए गए हैं, लेकिन इनकी सफाई नहीं हो पाती। इसी कारण से लोग इनका इस्तेमाल करने से कतराते हैं। सफाई कम से कम दिन में दो बार तो हो। इसके अलावा कई तो खस्ता हालत में हैं।