गोवर्धन नगरवासियों को लो वोल्टेज ने छुड़ाए पसीने
कूड़ा उठान से लेकर निकासी की समस्या से जूझ रहे गोवर्धन नगरवासियों के अब लो वोल्टेज ने पसीने छुड़ाए दिए हैं। करीब एक माह से यहां लाइट तो आती है लेकिन नाम के लिए। इससे न तो कभी पंखे चलते न ही अन्य बिजली उपकरण।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : कूड़ा उठान से लेकर निकासी की समस्या से जूझ रहे गोवर्धन नगरवासियों के अब लो वोल्टेज ने पसीने छुड़ाए दिए हैं। करीब एक माह से यहां लाइट तो आती है लेकिन नाम के लिए। इससे न तो कभी पंखे चलते, न ही अन्य बिजली उपकरण। कई बार ऐसा भी होता है कि बिजली इतनी ज्यादा आ जाती है कि बिजली के उपकरण ही जल जाते हैं। लोगों का कहना है कि वह कई बार एसडीओ मॉडल टाउन के पास गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। वहीं सफाई नहीं होने के कारण लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। बेशक नगर निगम रोजाना डोर टू डोर कूड़ा उठाने के नाम पर 5.36 लाख रुपये ठेकेदारों का दे रहा है लेकिन गोवर्धन नगर में कोई भी डोर टू डोर कर्मी कूड़ा कलेक्शन के लिए नहीं जाता। इसके अलावा सफाई कर्मी भी यहां नहीं पहुंचते। इसीलिए गंदगी और निकासी की समस्या से जूझ रहे लोगों को अब बरसाती सीजन में महामारी फैलने का डर भी सता रहा है। समस्या यहीं खत्म नहीं होती घरों के ऊपर से गुजर रही हाईवोल्टेज तारें झुक चुकी हैं। कई बार तो वह टूटकर भी नीचे गिर गई हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
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गोवर्धन नगर की स्थिति
वार्ड 11 में आने वाला गोवर्धन नगर अंबाला शहर से एकदम सटा है। जंडली पुल से लेकर रेलवे क्रॉसिग तक गोवर्धन नगर बसा है। करीब 600 लोग यहां रहते हैं। छह साल पहले जंडली पंचायत से अलग कर इसे नगर निगम का हिस्सा बनाया गया था। पहली बार दलीप चावला इस वार्ड के पार्षद चुने गए थे।
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हमारे एरिया में अभी तक साफ सफाई की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। हमारे घरों के ऊपर से बिजली की हाईटेंशन तारें निकल रही हैं। यह दो-तीन बार टूटकर नीचे भी गिर चुकी हैं। बिजली निगम को कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
आशा देवी।
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नगर निगम का कोई भी कर्मी यहां पर सफाई करने नहीं आता। डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाले भी यहां नहीं आते। जबकि हर साल हमसे हाउस टैक्स वसूला जा रहा है। सुविधा हमें कोई नहीं दी जा रही।
सुदेश।
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नालियां गंदगी से अंटी पड़ी हैं और जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। इसी कारण बीमारियां फैलने का भी खतरा बना रहता है। बारिश के दिनों में तो यहां पर पानी निकासी की बहुत बड़ी समस्या है। शिकायतें देने के बावजूद पानी भरने पर जनरेटर लगाने के बाद उसे निकाला जाता है।
संजीव कुमार। लाइट आती है लेकिन वह नाम-नाम की है। इतनी लो लाइट आती है कि कोई भी उपकरण नहीं चल पाते। कभी-कभी इतनी ज्यादा आ जाती है कि उपकरण जल जाते हैं। कई बार एसडीओ मॉडल टाउन को शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। एसडीएम ने एक मैडम के पास भेजा, मैडम ने आगे जेई पास भेजा और जेई साहब कभी सीट पर ही नहीं मिलते।
कमला। मैं कई बार सफाई व्यवस्था के लिए नगर निगम के अफसरों को बोल चुका हूं लेकिन यहां कोई सुनने वाला नहीं है। जब तक हमारा कार्यकाल था तब तक तो कह सुनकर काम हो ही जाते थे लेकिन जब से हमारा कार्यकाल खत्म हुआ है तब से तो बिल्कुल ही सुनवाई नहीं हो रही।
दलीप चावला बिट्टू
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