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फेल होने के मैसेज मिलने के बाद अभिभावक दिनभर काटते रहे बीईओ कार्यालय

जागरण संवाददाता अंबाला 134 ए की परीक्षा परिणामों के बाद प्राइवेट स्कूलों की अलॉटमेंट ने अभिभावकों को उलझन में डाल दिया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Apr 2019 09:33 AM (IST)Updated: Sat, 20 Apr 2019 09:33 AM (IST)
फेल होने के मैसेज मिलने के बाद अभिभावक दिनभर काटते रहे बीईओ कार्यालय
फेल होने के मैसेज मिलने के बाद अभिभावक दिनभर काटते रहे बीईओ कार्यालय

जागरण संवाददाता, अंबाला: 134 ए की परीक्षा परिणामों के बाद प्राइवेट स्कूलों की अलॉटमेंट ने अभिभावकों को उलझन में डाल दिया। शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल अलॉट का मैसेज का इंतजार कर रहे अभिभावकों को फेल होने व अन्य प्राइवेट स्कूलों द्वारा दाखिले देने के मैसेज पहुंचे तो वह परेशान हो गए। मैसेज की पुष्टि के लिए दिनभर छावनी के खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के चक्कर काटते रहे। इतना ही नहीं कुछ अभिभावक तो ऐसे थे जिनके बच्चे ने 95 प्रतिशत व उसे अधिक अंक लेकर टॉप तो कर लिया मगर विभाग ने उन्हें छावनी की जगह अंबाला शहर का स्कूल अलॉट कर दिया। जिसे अभिभावकों में काफी रोष था। बीईओ कार्यालय व स्टाफ से भी सही जानकारी न मिलने पर आखिरकार उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा। वहीं अभिभावक सुबह से ही कार्यालय में ड्रा के लिए तो पहुंच गए लेकिन वहां जाकर पता चला कि ड्रा के बाद स्कूल अलॉटमेंट का मैसेज सीधा मोबाइल पर पहुंचेगा। बता दें कि 19 अप्रैल को शिक्षा विभाग द्वारा 134 ए के तहत पास होने वाले बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में दाखिले के लिए ड्रा निकालना था।

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----- अंबाला शहर का स्कूल कर दिया अलॉट

बेटी जीशिखा ने तीसरी कक्षा के लिए 134 ए की परीक्षा दी थी। 95 प्रतिशत अंक भी हासिल करने के बाद विभाग ने अंबाला शहर स्कूल अलॉट कर दिया। छावनी घर होने के कारण कैसे बच्ची को स्कूल भेजेंगे।

शेखर, तोपखाना

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अलॉटमेंट का नहीं आया मैसेज

मेरी बेटी माही के 95 प्रतिशत आए है। दोपहर हो गई है अभी तक स्कूल अलॉटमेंट का कोई मैसेज ही नहीं आया। बल्कि प्राइवेट स्कूल की तरफ से दाखिले के मैसेज आ रहे हैं। जिनसे संपर्क तक नहीं किया। आखिर फोन नंबर कैसे चले गए कोई जानकारी नहीं। स्टाफ भी हाथ खड़े कर रहा है।

विजय कुमार, छावनी

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मैसेज की स्टाफ को नहीं थी जानकारी

अरणव ने दूसरी कक्षा के लिए पेपर दिया है। परिणाम देखने के लिए पहुंचे तो स्टाफ सदस्यों ने पूछने पर भी मोबाइल पर स्कूल अलॉटमेंट के मैसेज आने की कोई जानकारी नहीं दी थी। कार्यालय आकर ही पता करने के लिए बोला था। जब यहां पहुंचे तो बोले मैसेज आएगा। कम से कम अधिकारियों को तो सही जानकारी देनी चाहिए थे।

दीपक, रामकिशन कॉलोनी


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