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शहर स्टेडियम में कागजी तैराकी तो छावनी में निर्माण बना अड़ंगा

गर्मी का सीजन शुरू हो गया है लेकिन आम तौर पर एक अप्रैल से शुरू हो जाने वाले स्वीमिग पूल इस बार नहीं खुल पाए हैं। शहर स्थित राजीव गांधी खेल स्टेडियम में मुख्यमंत्री ने 2

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Apr 2019 06:25 AM (IST)Updated: Mon, 08 Apr 2019 06:25 AM (IST)
शहर स्टेडियम में कागजी तैराकी तो छावनी में निर्माण बना अड़ंगा

पवन पासी, अंबाला शहर : गर्मी का सीजन शुरू हो गया है लेकिन आम तौर पर एक अप्रैल से शुरू हो जाने वाले स्वीमिग पूल इस बार नहीं खुल पाए हैं। शहर स्थित राजीव गांधी खेल स्टेडियम में मुख्यमंत्री ने 28 मई 2016 को 10 करोड़ के बजट से जिस आल वेदर स्वीमिग पूल की घोषणा की थी। उसमें फिलहाल कागजों में ही तैराकी हो रही है। वार हीरोज स्टेडियम स्थित सरकारी क्षेत्र के सबसे बड़े पूल को आल वेदर बनाए जाने के चलते यहां निर्माण कार्य ने अडंगा डाल दिया है। वहीं, रेलवे के पूल में बीते साल दो बच्चों के डूबने से हुई मौत के बाद यह भी इस साल बंद पड़ा है। ऐसे में इस साल भीषण गर्मी के दौरान स्वीमिग पूल से तरावट की उम्मीद लगाए लोगों की मुश्किल बढ़ सकती है। इसका असर न गर्मी में राहत की उम्मीद लगाए लोगों पर पड़ेगा बल्कि जिले में तैराकी स्पर्धाएं भी नहीं हो पाएंगी। जबकि साल 2016 व 17 में वार हीरोज स्टेडियम में राज्य स्तरीय स्पर्धाएं कराई गई थी। ऐसे आम लोगों के साथ तैराकों को भी निराशा झेलनी पड़ेगी।

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अभी जिले में या तो स्कूलों में स्वीमिग पूल खुले हैं या फिर शहर में एक निजी लेकिन छोटा पूल व एक सेना का पूल ही चल पाया है। निजी पूल की क्षमता कम है और यहां प्रतियोगिताएं भी नहीं कराई जा सकती। ऐसे पूल में लोगों को सरकारी क्षेत्र के पूलों की अपेक्षा ज्यादा राशि चुकानी पड़ती है। सेना के खड़गा स्टेडियम स्थित पुल आम लोगों के लिए प्रतिबंधित है। हालांकि, खेल विभाग ने यहां अपने प्रशिक्षकों एवं प्रशिक्षुओं के लिए अनुमति मांगी है। बच्चों की मौत के बाद से बंद रेलवे का पूल

जानकारी मुताबिक रेलवे विहार स्थित साढ़े 12 गुना 25 मीटर का जो स्वीमिग पूल है। जिसे चलाने को लेकर भी पुल चलाने के इच्छुक ठेकेदारों ने डिवीजनल रेलवे मैनेजर(डीआरएम) को पत्र लिखा है । चूंकि, इस पुल में बीते साल दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी तो यह मामला रेलवे के उच्चाधिकारियों तक पहुंच गया था। अभी भी इस पूल को चलाने को लेकर कोई फैसला स्थानीय स्तर पर नहीं बल्कि दिल्ली स्थित रेल महकमे के उच्चाधिकारियों के स्तर पर लिया जाना है। आमतौर पर यह पूल 1 अप्रैल से खुल जाया करता था लेकिन अभी तक कोई टेंडर पूल चलाने को लेकर नहीं निकाला गया है। खड़गा के पूल को लेकर मांगी अनुमति

उप निदेशक खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग अरूण कांत के मुताबिक वार हीरोज स्टेडियम में आल वेदर पूल का निर्माण शुरू हो चुका है। इस बार खेल प्रशिक्षकों एवं प्रशिक्षुओं के लिए खड़गा स्टेडियम स्थित स्वीमिग पुल के लिए अनुमति मांगी है। वही, शहर स्थित राजीव गांधी खेल स्टेडियम में जो स्वीमिग पूल बनाया जाना था उसको लेकर हुडा ने ही निर्णय लेना है। स्टेडियम हुडा के अंतर्गत ही है।


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