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धनलक्ष्मी फाइनेंस के नाम पर ऑनलाइन ठगी का भंडाफोड़, खाते सीज

हरीश कोचर, अंबाला धनलक्ष्मी फाइनेंस कंपनी के नाम पर पिछले काफी समय से हिसार के हां

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Feb 2018 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 28 Feb 2018 03:00 AM (IST)
धनलक्ष्मी फाइनेंस के नाम पर ऑनलाइन ठगी का भंडाफोड़, खाते सीज
धनलक्ष्मी फाइनेंस के नाम पर ऑनलाइन ठगी का भंडाफोड़, खाते सीज

हरीश कोचर, अंबाला

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धनलक्ष्मी फाइनेंस कंपनी के नाम पर पिछले काफी समय से हिसार के हांसी निवासी दो दोस्तों द्वारा लोन दिलाने के नाम पर की जा रही आनलाइन ठगी के मामले का पड़ाव थाना पुलिस ने भंडाफोड़ कर दिया है। आनलाइन ठगी के मामले में भूपेंद्र ¨सह निवासी गांव खरखड़ा धारूहेड़ा, रेवाड़ी और हांसी निवासी गौरव ने तीन दिन के पुलिस रिमांड में कंपनी द्वारा की गई गड़बड़ी का खुलासा किया है। मंगलवार तड़के आरोपितों की निशानदेही पर हांसी में कई जगह रेड की लेकिन मुख्य आरोपित जितेंद्र व महेंद्र ¨सह फरार मिले। वहीं इससे जुड़े एक अन्य मामले में पुलिस पहले ही अहमदाबाद निवासी आरोपित महिला किरण गौरी शंकर पटेल उर्फ कौशिका चंदुलाल को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, जबकि पंजाब निवासी एक अन्य आरोपित महिला फरार चल रही है। पुलिस ने इन महिलाओं के नाम पर खुले हुए बैंक खाते पहले ही सीज करवा दिए है। आरोपित गौरव को तीन दिन व भूपेंद्र ¨सह को चार दिन के रिमांड बाद बुधवार सुबह कोर्ट में पेश किया जाएगा।

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इस तरह शुरू हुआ था ठगी का मामला

जानकारी के मुताबिक 5 अगस्त 2016 को एक अखबार में धनलक्ष्मी फाइनेंस के नाम से विज्ञापन प्रकाशित हुआ था। विज्ञापन में महज 2 प्रतिशत ब्याज पर लोन देने की बात लिखी गई थी। इस विज्ञापन को पढ़कर मोची मंडी निवासी महिला तारा रानी ने दिए गए नंबर पर फोन किया। जयपुर से विकास नाम के व्यक्ति से फोन पर बात हुई। उसके बाद बातचीत बढ़ती गई और 7 अगस्त को 1700 रुपये फाइल तैयार करवाने के लिए मांगे। बाद में प्रोसेस फीस के नाम पर 6000, 7500 और फिर 10 हजार रुपये खाते में क्रेडिट करवाए गए। यह खाता किसी महिला के नाम पर था जो कि अहमदाबाद का था। इसके बाद लोन पास होने की बात कहकर महिला से कुल 54 हजार 700 रुपये खाते में डलवाए गए। इस बारे में 19 दिसंबर 2016 को एसपी कार्यालय में शिकायत दी गई थी जिसके आधार पर पड़ाव थाने में अज्ञात के खिलाफ 54 हजार 700 रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था।

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पुलिस जांच में इस तरह हुआ ठगी का खुलासा

जांच के दौरान सामने आया कि अलेवा निवासी विक्रम ¨सह को भी इसी तरह लोन के नाम पर करीब 67 हजार 800 रुपये ठगे गए थे। दोनों ही मामलों में जिस खाते में रुपये डलवाए गए थे वह अहमदाबाद निवासी महिला था। इसके बाद पुलिस ने उक्त महिला को गिरफ्तार किया और उसने रिमांड में भूपेंद्र ¨सह का नाम बताया था। इसके बाद पंजाब निवासी एक अन्य महिला का नाम सामने आया और पुलिस ने उसका खाता भी सीज करवा दिया। फिलहाल वह फरार चल रही है।

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रिमांड के दौरान हांसी पहुंची पुलिस

पुलिस ने 23 फरवरी को धारूहेड़ा से भूपेंद्र ¨सह को गिरफ्तार किया था और शनिवार को कोर्ट से उसका चार दिन का रिमांड मिला था। रिमांड में उसने अपने दूसरे साथी हांसी निवासी गौरव का नाम बताया और पुलिस ने शनिवार को उसे भी गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट से उसका तीन दिन का रिमांड मिला। रिमांड के दौरान आरोपितों ने धनलक्ष्मी फाइनेंस कंपनी संचालकों का नाम बताया और हांसी में उनका कार्यालय के बारे में भी जानकारी दी। मंगलवार को पड़ाव थाना प्रभारी भूषण दास, एएसआइ कृष्ण कुमार, एचसी जरनैल ¨सह, एएसआइ अशोक कुमार व अन्य आरोपितों को हांसी लेकर पहुंचे लेकिन दोनों मुख्य आरोपित संचालक फरार मिले।

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रिमांड में किया ठगी का भंडाफोड़

इस मामले में एक महिला को पहले ही जेल भेजा जा चुका है और दो अन्य आरोपितों को पकड़ लिया गया है। उन्होंने रिमांड के दौरान फाइनेंस कंपनी के नाम से ठगी करने वाले दो मुख्य आरोपितों के नाम भी बताए है। पंजाब निवासी महिला का खाता पहले ही सीज कर दिया है। इन तीनों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

भूषण दास, पड़ाव थाना प्रभारी।

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