अंबाला में कोरोना संक्रमण से एक की मौत
जिले में शनिवार को 166 लोगों के कोरोना संक्रमित होने के मामले सामने आए। जिले में अब संक्रमितों की कुल संख्या 13651 हो गई है। जबकि इस दिन 45 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए। इस कारण डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या 12547 हो गई है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : जिले में शनिवार को 166 लोगों के कोरोना संक्रमित होने के मामले सामने आए। जिले में अब संक्रमितों की कुल संख्या 13651 हो गई है। जबकि इस दिन 45 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए। इस कारण डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या 12547 हो गई है। अब कुल एक्टिव मरीज 946 हैं और इलाज की दर अब 91.91 फीसदी रह गई है। हालांकि कोरोना संक्रमण से शनिवार को एक व्यक्ति की मौत भी हुई है।
बता दें कि शहर के कांशी नगर में 49 वर्षीय पुरुष की मृत्यु हुई है। मरीज को हाईपरटेंशन की समस्या थी और वह ऑक्सीजन सपोर्ट पर था। जिले में अब तक 158 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। जिले में औसत मृत्यु दर 1.14 फीसद है। विभाग की ओर से लिए गए कुल सैंपलों की संख्या 260542 हो गई है। इसमें से 219753 सैंपल आरटीपीसीआर से तथा 40789 सैंपल एंटीजन टेस्टिग किट से किए गए हैं। प्रति दस लाख की जनसंख्या पर 230977 सैंपल लिए हैं।
------- इन जगहों पर आए संक्रमण के मामले
सीएमओ डॉक्टर कुलदीप सिंह ने बताया कि शनिवार को 65 मरीज अंबाला शहर, 21 मरीज छावनी, 30 मरीज शहजादपुर, 10 मरीज मुलाना, 10 मरीज बराड़ा, 1 मरीज नारायणगढ़, 29 मरीज चौड़मस्तपुर से मिले हैं।
------------- मास्क का चालान काटना समाधान नहीं, लोगों को जागरूक होने की जरूरत
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : कोरोना का संक्रमण जिले में फिर से रफ्तार पकड़ रहा है। रोजाना नए-नए केस सामने आ रहे हैं। कोविड-19 के केस बढ़ने पर भी लोग लापरवाही बरत रहे हैं। सूरत ए हाल यह है कि जगह-जगह लोग बिना मास्क के नजर आ रहे हैं और न ही शारीरिक दूरी का ख्याल रखा जा रहा। लोगों की यही लापरवाही भारी पड़ सकती है। हालांकि जिला पुलिस की तरफ से बिना मास्क वालों के चालान काट रही, मगर चालान काटना भी समाधान नहीं। बल्कि लोगों को बहुत अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है। अनुमान के मुताबिक अभी शहर की सड़कों पर 60 फीसद लोग बिना मास्क के ही सड़कों पर घूम रहे हैं। दुकानदार भी बेपरवाह
इतने बुरे हाल हैं कि ग्राहकों के साथ ही दुकानदार भी बिना मास्क के आसानी से देखे जा सकते हैं। रोजाना बिना मास्क के 200 लोगों के चालान किए जा रहे। बावजूद लोग लापरवाह बने हैं। बाजारों में भीड़ उमड़ रही है। अस्पताल हो अथवा बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन कहीं भी शारीरिक दूरी नहीं देखी जा रही है। कोरोना से बचाव के लिए सामाजिक दूरी व मास्क दोनों हथियार कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। गाइडलाइन का अनुपालन कराने की जिम्मेदारी पुलिस महकमे की है, मगर महकमा भी शिथिल हो चुका है। अब पुलिस का केवल चालान प्रक्रिया पर जोर है।