नवरात्र के दूसरे दिन भक्तों ने की मां ब्रह्मचारिणी देवी की पूजा
शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन भक्तों के लिए भगवती ब्रह्मचारिणी की आराधना का दिन रहा। श्रद्धालु भक्त व साधक अनेक प्रकार से भगवती की अनुकम्पा प्राप्त करने के लिए व्रत-अनुष्ठान व साधना किया।
जागरण संवाददाता, अंबाला : शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन भक्तों के लिए भगवती ब्रह्मचारिणी की आराधना का दिन रहा। श्रद्धालु भक्त व साधक अनेक प्रकार से भगवती की अनुकम्पा प्राप्त करने के लिए व्रत-अनुष्ठान व साधना किया। श्रद्धालुओं ने मंदिर जाकर पूजा अर्चना की और मत्था टेका। छावनी के सनातन धर्म सभा मंदिर और कालीबाड़ी मंदिर में सुबह छह बजे से भक्तों की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी। शाम को मां की आरती में श्रद्धालु उमड़े। वहीं नवरात्र के दूसरे दिन महिला श्रद्धालुओं ने देर रात तक भजन कीर्तन किया और माता की गीत गाए। इस दौरान मंदिरों में आने वाले लोग मास्क लगाए नजर आए और शारीरिक दूरी का भी ध्यान रखा।
नवरात्रि के तीसरे दिन दुर्गा मां के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की पूजा होगी। मान्यता है कि अगर मां चंद्रघंटा की पूजा की जाए तो उनकी कृपा से अलौकिक वस्तुओं के दर्शन होते हैं। साथ ही दिव्य सुगंधियों का अनुभव होता है। दुर्गा मां का यह स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी है। इनके मस्तक में घंटे का आकार का अर्धचंद्र मौजूद है। यही कारण है कि मां के इस स्वरूप को चंद्रघंटा कहा जात है। मां के 10 हाथ हैं। मां का वाहन सिंह है।