कालेजों में फिर से आफलाइन कक्षाएं शुरू
कोविड-19 काल में यह दूसरा मौका होगा जब कालेजों में आफलाइन कक्षाओं को शुरू किया गया है। हालांकि पूरी संख्या में विद्यार्थी नहीं आ रहे हैं जबकि कालेजों ने अपने स्तर पर व्यवस्थाएं बनानी शुरू कर दी हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला : कोविड-19 काल में यह दूसरा मौका होगा जब कालेजों में आफलाइन कक्षाओं को शुरू किया गया है। हालांकि पूरी संख्या में विद्यार्थी नहीं आ रहे हैं, जबकि कालेजों ने अपने स्तर पर व्यवस्थाएं बनानी शुरू कर दी हैं। आदेश है कि कोविड-19 को लेकर सरकार द्वारा जारी स्टैंडर्ड आपरेटिग प्रोसी•ार (एसओपी) के तहत व्यवस्थाएं बनाई जाएं। इसी को लेकर कालेज अपनी व्यवस्थाएं बनाने में जुटे हैं। कालेज प्रशासन भी मान रहा है कि आफलाइन कक्षाओं को शुरू किया जाए, लेकिन कालेज वाले अभी सावधानी बरतना चाहते हैं और कोई खतरा मोल नहीं लेना चाह रहे।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने कालेजों व विश्वविद्यालयों को खोलने और आफलाइन कक्षाओं को शुरू करने की इजाजत दी थी। इसके बाद से उम्मीद थी कि जल्द ही निर्देश जारी होंगे और कालेजों में आफलाइन कक्षाएं शुरू कर दी जाएंगी। अब कालेजों को एसओपी जारी की गई है, जिसमें कोविड-19 को लेकर जारी गाइडलाइन के तहत आफलाइन कक्षाओं को शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी को लेकर कालेज प्रशासन अपनी तैयारियों में जुटा है। कुछ कालेज अपने स्तर पर व्यवस्थाएं बना रहे है, जबकि कालेजों में अभी विद्यार्थियों की संख्या काफी कम है। अभी स्नातक प्रथम वर्ष के विद्यार्थी ही कालेज आ रहे हैं।
---------------- कालेज में विद्यार्थी आफलाइन क्लास के लिए आ रहे हैं, जबकि एसओपी की पालना करने के निर्देश हैं। अभी विद्यार्थियों की संख्या काफी कम है।
- डा. सुखदेव सिंह, प्रिसिपल, श्री गुरु हरकिशन साहिब खालसा कालेज पंजोखरा, अंबाला
---------------- कालेज में विद्यार्थी पढ़ाई के लिए आ रहे हैं। आफलाइन पढ़ाई शुरू है। स्नातकोत्तर कक्षाओं में भी नामांकन हो रहे हैं। विद्यार्थियों को हिदायत है कि वे कोविड नियमों की पालना करें ।
- डा. सतपाल गिरोत्रा, प्रिसिपल राजकीय कालेज शहजादपुर
--------------- आफलाइन कक्षाएं शुरू करने के लिए एसओपी जारी की गई है। छात्राओं को पूरी संख्या में नहीं बुला रहे हैं। जो आफलाइन पढ़ने आते हैं उनको पढ़ा रहे हैं। जबकि अन्य को आनलाइन पढ़ा देते हैं। छात्राओं को कहा है वे वैक्सीनेशन प्रमाणपत्र अपने साथ रखें ताकि यदि चेकिग करें तो वे इसे दिखा सकें।
- डा. अनुपमा आर्य प्रिसिपल आर्य गर्ल्स कालेज, अंबाला कैंट