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विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत प्लेसमेंट और नैतिक मूल्यों का संचार करना हमारा ध्येय : डॉ. राजपाल

इन दिनों कॉलेजों में दाखिलों का दौर चल रहा है। विद्यार्थियों के लिए कोर्स एवं डिग्री के चयन के साथ साथ कॉलेज का चयन भी एक बड़ी उलझन हैं। विद्यार्थियों की राह आसान करने के लिए संवाददाता ने प्रतिष्ठित जीएमएन कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजपाल से चर्चा कर उनके कॉलेज में शुरू किए जा रहे सर्टिफिकेट कोर्स नियमित कोर्स कॉलेज में विद्यार्थियों को मिलने वाली सुविधाओं प्लेसमेंट ई-लाइब्रेरी सुविधा कॉलेज के माहौल छात्राओं को सुरक्षा का अनुभव कॉलेज के मास्टर प्लान आदि पर चर्चा की।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Jun 2019 08:05 AM (IST)Updated: Mon, 17 Jun 2019 08:05 AM (IST)
विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत प्लेसमेंट और नैतिक मूल्यों का संचार करना हमारा ध्येय : डॉ. राजपाल
विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत प्लेसमेंट और नैतिक मूल्यों का संचार करना हमारा ध्येय : डॉ. राजपाल

अंबाला शहर: इन दिनों कॉलेजों में दाखिलों का दौर चल रहा है। विद्यार्थियों के लिए कोर्स एवं डिग्री के चयन के साथ साथ कॉलेज का चयन भी एक बड़ी उलझन हैं। विद्यार्थियों की राह आसान करने के लिए संवाददाता ने प्रतिष्ठित जीएमएन कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजपाल से चर्चा कर उनके कॉलेज में शुरू किए जा रहे सर्टिफिकेट कोर्स, नियमित कोर्स, कॉलेज में विद्यार्थियों को मिलने वाली सुविधाओं, प्लेसमेंट, ई-लाइब्रेरी सुविधा, कॉलेज के माहौल, छात्राओं को सुरक्षा का अनुभव, कॉलेज के मास्टर प्लान आदि पर चर्चा की। प्रस्तुत है बातचीत मुख्य अंश।

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सवाल : कॉलेज में इस बार कुछ और सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए गए हैं, इनसे विद्यार्थियों को क्या मदद मिलेगी ? जवाब : कॉलेज में इस बार 6 नए सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए हैं। सात पिछले साल शुरू किए गए थे। इस साल तीन माह की अवधि वाले इन कोर्स में योग, फूड एडल्ट्रेशन, वुमन इंपवारमेंट, फ्रेंच लेंग्वेज, हिदी एवं इंग्लिश के कम्यूनिकेशन कोर्स शुरू किए हैं। यह सभी कोर्स सोसाइटी की जरूरत के हिसाब से शुरू किए हैं। जिनसे विद्यार्थी की पर्सनेलेटी डवेल्पमेंट होगी। सभी कोर्स परंपरागत कोर्स से हटकर नए हैं। सवाल : कॉलेज से पास आउट विद्यार्थियों के लिए प्लेसमेंट स्तर क्या है। इस मामले में सर्टिफिकेट कोर्स क्या कोई असर छोड़ेंगे ? जवाब : प्लेसमेंट कॉलेज में बहुत अच्छी है। बीते साल फाइनल इयर के 400 विद्यार्थियों में से 141 की प्लेसमेंट थी। जो सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए हैं, इन्हें विद्यार्थी ठीक ढंग से करेंगे तो उनके व्यक्तित्व में निखार आएगा और प्लेसमेंट भी बढ़ेगी। सवाल : क्या कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव भी हुए हैं और विद्यार्थियों को कितने तक का पैकेज मिला है? जवाब : कॉलेज में तीन बार प्लेसमेंट ड्राइव हुए हैं। बहुत सारी कंपनियां कॉलेज कैंपस में आई थीं। ढ़ाई लाख से लेकर सात लाख तक के ज्यादातर पैकेज विद्यार्थियों को मिले हैं। प्लेसमेंट में ज्यादातर कॉमर्स व साइंस संकाय के विद्यार्थी ही शामिल रहते हैं। कला संकाय के विद्यार्थी कम रहते हैं। सवाल : प्रतिस्पर्धा एवं रोजगार के दृष्टिकोण से लाइब्रेरी में किस प्रकार की पुस्तकें रखी गई हैं। ई-लाइब्रेरी की तरफ क्या कदम उठाए गए हैं ? जवाब : लाइब्रेरी को एयर कंडीशनड है और मॉडर्न बनाया हुआ है। विद्यार्थियों के लिए ई-लाइब्रेरी में 31 लाख ई-बुक्स हैं और 7 हजार ई-जनरल हैं। लाइब्रेरी में कंपीटेटिव बुक्स, मैगजीन, न्यूजपेपर आदि कंपीटेटिव एग्जाम के नजरिए से हैं। सवाल : आप के कॉलेज में दूसरे कॉलेजों से क्या अलग है जिससे विद्यार्थी इस कॉलेज को अपनी वरीयता सूची में रखे ? जवाब : अनुशासन के मामले में जीएमएन कालेज की अपनी अलग पहचान है। कॉलेज में ऐसा माहौल बना रखा है कि बाहर से कोई असामाजिक तत्व नहीं आ सकता। जिन छात्राओं के पिता नहीं है उन्हें छात्रवृत्ति देते हैं। जो मेरिट वाले मेधावी छात्र-छात्राएं हैं उनके लिए बुक बैंक की सुविधा दी जाती है। विश्वविद्यालय में अलग अलग संकायों में विशेषकर पीजी कोर्सेस में पांच मेरिट आई हैं। साल 2017-18 में एमए पॉलिटिक्ल साइंस में पहली तीन पॉजिशन थीं। कालेज में अर्न व्हाइल यू लर्न के हिसाब से लाइब्रेरी में जरूरतमंद बच्चों को बुक की एंट्री पर पैसा दिया जाता है। मैं खुद भी फिजिक्स की एक क्लास अवश्य लेता हूं। सवाल : कॉलेज को लेकर आगे का मास्टर प्लान क्या है ? जवाब : उनका एक ही ध्येय है कि जो विद्यार्थी कॉलेज में प्रथम वर्ष में दाखिला लेता है जब वह फाइनल इयर करके निकले तो उसके हाथ में प्लेसमेंट हो। दूसरा बच्चों को पढ़ाई लिखाई के साथ मोरल वेल्यूज की बहुत जरूरत है। इसके लिए कॉलेज में टयूटर वार्ड बनाया गया है। जिसके तहत हर शिक्षक के पास 25-25 विद्यार्थी रहेंगे। इन विद्यार्थियों की अटेंडेंस, अनुशासन, टेस्ट, इंटरनल असेसमेंट, परिजनों से बातचीत आदि शामिल रहेंगे। इन विद्यार्थियों को लेकर वह सीधे टीचर के संपर्क में रहेंगे। सवाल : कॉलेजों में अक्सर छात्राओं से छेड़छाड़ से जुड़े मामले आ जाते हैं। इसको लेकर क्या कदम उठाए गए हैं ?

जवाब : कॉलेज में वुमन सेल बनाए गए हैं। एंटी सेक्सुअल हरासमेंट सेल भी बनाई हुई है। छात्राओं को प्रोत्साहन करने के लिए मेरी बेटी मेरा अभिमान कार्यक्रम चल रहा है। यह गतिविधियां सक्रियता से हो रही हैं।

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