एनआरआइ ने बिना दहेज रचाई शादी, अंगूठी की जगह एक दूसरे को पहनाया सिरोपा
संवाद सहयोगी, मुलाना : खानअहमदपुर में सिख युवा एनआरआइ दूल्हे ने बिना दहेज के शादी रचाई। रविवार को जगदीप ¨सह निवासी जगाधरी की शादी मुलाना क्षेत्र के गांव के खानअहमपुर की हरजीत कौर से हुई। शादी सिख मर्यादा मुताबिक बिना किसी खर्च के खानअहमदपुर स्थित गुरुद्वारा में आनंद कारज संपन्न हुई।
संवाद सहयोगी, मुलाना : खानअहमदपुर में सिख युवा एनआरआइ दूल्हे ने बिना दहेज के शादी रचाई। रविवार को जगदीप ¨सह निवासी जगाधरी की शादी मुलाना क्षेत्र के गांव के खानअहमपुर की हरजीत कौर से हुई। शादी सिख मर्यादा मुताबिक बिना किसी खर्च के खानअहमदपुर स्थित गुरुद्वारा में आनंद कारज संपन्न हुई। बिना दहेज शादी करने पर परमेश्वर द्वार गुरमत प्रचार सेवा दल खानहमदपुर के सदस्यों ने दूल्हा-दुल्हन को सम्मानित किया।
विवाह से पहले ही जगदीप ¨सह व उनके परिवार ने दहेज नहीं लेने का संकल्प लिया था। जिसके चलते शादी समारोह में कोई अन्य खर्च भी नहीं किया। परिवारों के बीच मिलनी में रुपये नहीं बल्कि सिरोपे भेंट कर रस्म अदा की गई। जगदीप ¨सह का कहना है कि वह समाज और खासकर युवाओं को यही संदेश देना चाहते हैं विवाह सादगी के साथ करें। दहेज समाज में बहुत बड़ी बुराई है। जिसे समाज से खत्म करने के लिए युवा वर्ग को ही कदम उठाना पड़ेगा। शादी के दौरान जब दूल्हा व दुल्हन को अंगूठी डालने की रस्म की तो उन्होंने आपस में सिरोपा पहनाकर इस रस्म को निभाया। इस पर दोस्तों व रिश्तेदारों ने तालियां बजाकर दंपती की खूब सराहना की।