कमिश्नर साहब चैंबर में और सरकारी गाड़ियां करा दीं गायब
नगर निगम के साहब अपने चैंबर में रहे लेकिन नगर निगम की दो गाड़ियां दिनभर गायब रहीं। पूरा दिन कसमकस बनी रही आखिर गाड़ियां कहां गई।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : नगर निगम के साहब अपने चैंबर में रहे, लेकिन नगर निगम की दो गाड़ियां दिनभर गायब रहीं। पूरा दिन कसमकस बनी रही आखिर गाड़ियां कहां गई। अटैच गाड़ियों को लेने के लिए कर्मचारी पहुंचे, लेकिन खाली हाथ ही लौटे। शाम को दोनों गाड़ियों अदालत के निर्देश पर अटैच कर दिया गया। किसी को कानों कान भनक नहीं लगी, दोनों गाड़ियों को पुलिस ने कब्जे में लेकर कोर्ट कांप्लेक्स में पहुंचा दिया। अब सुपरदारी के बाद ही गाड़ियां नगर निगम को मिल सकेंगी।
शहर से कूड़ा उठान न होने पर सीजेएम अंबरदीप सिंह की अदालत ने कमिश्नर समेत नगर निगम की दो गाड़ियों (एचआर 01 एएच 0888) और (एचआर 07 एस 0001) को अटैच करने के आदेश दे दिए थे। मामले में वकीलों ने अदालत को अवगत कराया था कि शपथ पत्र के बाद भी शहर में सफाई नहीं हो रही और गाड़ियां अटैच करने की एप्लीकेशन दी थी। इसके बाद लोकल कमिश्नर की रिपोर्ट में भी सफाई नहीं पाई गई। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 25 फरवरी निर्धारित कर दी थी, जिसमें रिपोर्ट दी जानी है। इस कारण आज नगर निगम को तारीख पर रिपोर्ट देनी है।
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वकीलों ने दी थी कूड़ा उठान न होने की शिकायत
वकीलों ने डोर टू डोर कूड़ा उठाने के मामले को यूटिलिटी कोर्ट में चुनौती दी थी। अदालत से अवार्ड हो गया था। लागू कराने के लिए जिला अदालत में 5 फरवरी को अदालत में बार एसोसिएशन प्रधान रोहित जैन, विजय धीमान, जबर चौधरी, राजेश शर्मा, खुशीराम सैनी, नरेंद्र सांगवान, इंद्रजीत गिल, सुधीर सहगल, हरिद्र मान, देविद्र शर्मा, दीपक माकन ने इजराय दाखिल की थी।
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कमिश्नर भी सफाई से संतुष्ट नहीं
लोकल कमिश्नर ने अदालत को बताया था कि 36 प्वाइंट में छह-सात प्वाइंट ही क्लियर किए गए। 15 नए प्वाइंट बताए गए थे। उसमें कहा था कि हालात वही हैं। सिविल अस्पताल के बाहर, सेफ होम बादशाही बाग के पास और मंजी साहिब गुरुद्वारा के पास बहुत बुरा हाल है।