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पीने लायक नहीं मिला माइंड ट्री स्कूल का पानी, सप्लाई बंद करवा बाहर से मंगवाया

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : शहर के नामी स्कूल माइंड ट्री का पानी पीने लायक नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Aug 2018 08:49 PM (IST)Updated: Fri, 03 Aug 2018 08:49 PM (IST)
पीने लायक नहीं मिला माइंड ट्री स्कूल का 
पानी, सप्लाई बंद करवा बाहर से मंगवाया
पीने लायक नहीं मिला माइंड ट्री स्कूल का पानी, सप्लाई बंद करवा बाहर से मंगवाया

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : शहर के नामी स्कूल माइंड ट्री का पानी पीने लायक नहीं है। इसमें बैक्टीरियल ग्रोथ पाई गई हैं। यानि माइंड ट्री स्कूल का पानी कीटाणु युक्त पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग की जांच रिपोर्ट में माइंड ट्री स्कूल के सैंपल फेल होने के बाद स्कूल का पानी बंद करवाया गया। विद्यार्थियों के लिए पानी ठीक नहीं होने तक बाहर से पानी मंगवाने के निर्देश भी स्कूल संचालक को दिए गए। शहर के नामी स्कूल के पानी में बैक्टीरियल ग्रोथ पाए जाने के बाद अब सभी स्कूलों के पानी पर सवाल खड़े हो गए हैं।

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दरअसल दैनिक जागरण ने डीसी शरणदीप कौर बराड़ द्वारा बुलाई गई पत्रकारवर्ता के दौरान गंदे पानी की समस्या के मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए बताया था कि पानी के सैंपल स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं ले रही है। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और कई स्कूलों व स्थानों से पानी के सैंपल लिए गए। इसी कड़ी में माइंड ट्री स्कूल सेक्टर एक से जूनियर ¨वग से वाटर कूलर के पानी के सैंपल लिए गए, जो लैब में फेल हो गए।

डीसी के साथ एसई पब्लिक हेल्थ को लिखा

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस बारे में डीसी के साथ-साथ एसई पब्लिक हेल्थ को भी सूचित कर दिया है ताकि स्कूल की सप्लाई को दुरुस्त करवाया जाएगा। वहीं दूसरी ओर सेक्टर एक के लोगों के स्वास्थ्य पर भी संकट के बादल मंडरा गए हैं। बता दें कि करीब छह माह पहले भी सेक्टर एक में पानी सप्लाई में सीवरेज का पानी मिल गया था। यदि माइंड ट्री स्कूल का पानी खराब है तो यह भी संभव है कि सेक्टरवासियों के पानी में भी बैक्टीरियल ग्रोथ पाई जाए।

स्कूल ने पानी के सैंपल पंचकूला लैब में भेजे

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के बाद स्कूल के निदेशक दीपक मोंगिया ने बाहर से पानी मंगवाया। साथ ही पानी के सैंपल पंचकूला प्राइवेट लैब में भी जांच के लिए भेज दिए। दीपक ने बताया कि पानी का रंग साफ है, टेस्ट में भी किसी ने कोई शिकायत नहीं की। उसमें क्लोरिन की मात्रा भी समय-समय पर चेक होती रही है लेकिन बैक्टीरियल ग्रोथ के बारे में स्वास्थ्य विभाग ने ही सूचना दी। इसके बाद वाटर कूलर भी एहतियात के तौर पर साफ कराए गए। जब तक पानी के सैंपल पास नहीं होते तब तक वाटर कैंपर से आपूर्ति की जाएगी।

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छह माह पहले तो सप्लाई में सीवरेज का पानी मिल गया था लेकिन वह ठीक करा दिया गया है। अब माइंड ट्री में सैंपल फेल होने के बाद हमने भी एसडीओ को सैंपल लेने के लिए लिखा है ताकि सेक्टरवासियों का स्वास्थ्य खराब न हो।

सुधीर शर्मा, प्रधान- सेक्टर एक रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन


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