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डिजिटल मीटर से मोबाइल कनेक्ट कर डाउन लोड होगी मीटर री¨डग, फौजियों को दोबारा रखा

- अंबाला शहर और छावनी में बदले जा चुके हैं पुराने मीटर, डिजिटल मीटर को मोबाइल से क

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Sep 2018 01:32 AM (IST)Updated: Wed, 12 Sep 2018 01:32 AM (IST)
डिजिटल मीटर से मोबाइल कनेक्ट कर डाउन लोड होगी मीटर री¨डग, फौजियों को दोबारा रखा
डिजिटल मीटर से मोबाइल कनेक्ट कर डाउन लोड होगी मीटर री¨डग, फौजियों को दोबारा रखा

- अंबाला शहर और छावनी में बदले जा चुके हैं पुराने मीटर, डिजिटल मीटर को मोबाइल से कनेक्ट कर डाउनलोड होगी री¨डग

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जागरण संवाददाता, अंबाला : उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (यूएचबीवीएन) हरियाणा ने घर-घर जाकर मीटर री¨डग लेने वाले रिटायर्ड फौजियों को निकाल कर जिस एनवाइजी एजेंसी को जिम्मेदारी दी थी उसने हार कर उन्हीं फौजियों से मीटर री¨डग का काम लेना शुरू कर दिया है ताकि एजेंसी के लिए गले की फांस बनी बोगस मीटर री¨डग की समस्या खत्म हो सके। लेकिन बिजली के उपभोक्ताओं को फिलहाल अभी कोई राहत नहीं मिल पाई है।

बोगस री¨डग और गलत बिजली के बिलों की समस्याओं के समाधान के साथ-साथ यूएचबीवीएन एनवाइजी पर ज्यादा नकेल तो कस नहीं पाई है लेकिन इस पर रोक लगाने के लिए खुद ही तैयारी कर ली है। अंबाला सर्कल के अंतर्गत आने वाले शहर एक्सइएन के अधीन आने वाली कुछ सब डिवीजन में अब मोबाइल ऐप के जरिए मीटर की री¨डग डाउनलोड की जाएगी। इससे बोगस री¨डग की समस्या खत्म हो जाएगी। यूएचबीवीएन जल्द ही शहर के साथ-साथ छावनी में भी यह नए सिस्टम को लागू कर देगा। इससे एजेंसी एक तरह से सुरक्षित हो जाएगी। लेकिन कम कर्मियों से घर-घर जाकर मीटर से री¨डग डाउन लोड करना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। क्योंकि एजेंसी अपने टेंडर की शर्त के मुताबिक पर्याप्त मीटर रीडर आज तक नहीं रख पाई है इसीलिए रिटायर्ड फौजियों को इस काम के लिए रखना शुरू कर दिया गया है और प्रत्येक सब डिवीजन में दो से तीन फौजियों को एजेंसी ने नियुक्ति भी कर दी है।

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बदले जा चुके हैं पुराने मीटर

अंबाला सर्कल में तकरीबन पुराने मीटर को बदल कर उनके स्थान पर नए डिजिटल मीटर लगाए जा चुके हैं जिसमें मीटर की री¨डग को डाउनलोड करने का ऑप्शन मौजूद है। जो भी नए मीटर बॉक्स के अंदर लगाए गए हैं बिजली निगम उनकी बाहर की सील को री¨डग लेने के लिए पहले तोड़ेगा। इसके बाद मीटर से मोबाइल को कनेक्ट किया जाएगा और मीटर की री¨डग उसके बाद बिजली निगम के एप्लीकेशन में उपभोक्ता के अकाउंट में डाउनलोड हो जाएगी।

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कोट्स

- एनवाइजी ने मीटर री¨डग के लिए फौजियों को रखा है और कुछ अपने कर्मचारी भी है। फौजियों को पहले ही अनुभव है और उन्हें एरिया का भी पता है जिससे गलत बिजली के बिल की समस्या कम होगी। ऐप से मीटर री¨डग लेने का काम बिजली निगम ने शुरू कर दिया है।

प्रियांक जागड़ा, एसडीओ, क्वालिटी सब डिवीजन नंबर दो।


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