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25 से कम विद्यार्थी पर मर्ज, अब कांवला स्कूल बना मवेशियों का तबेला

जिला में 25 से कम विद्यार्थियों की संख्या वाले स्कूलों को दूसरे स्कूलों में मर्ज कर दिया गया था। लेकिन अब स्कूलों के हालात खराब हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Jan 2020 10:28 AM (IST)Updated: Tue, 21 Jan 2020 10:28 AM (IST)
25 से कम विद्यार्थी पर मर्ज, अब कांवला स्कूल बना मवेशियों का तबेला
25 से कम विद्यार्थी पर मर्ज, अब कांवला स्कूल बना मवेशियों का तबेला

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर

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शिक्षा विभाग की ओर से जिला में 25 से कम विद्यार्थियों की संख्या वाले स्कूलों को दूसरे स्कूलों में मर्ज कर दिया गया था। लेकिन अब स्कूलों के हालात खराब हो रहे हैं। स्कूलों में कहीं बिल्डिगें बेहाल हो रही हैं तो कहीं पशुओं के तबेले बना दिये गये हैं। हालांकि कुछ जगहों पर पंचायतों ने अपने इस्तेमाल के लिये कार्यालय भी खोल दिये हैं।

बता दें कि शिक्षा विभाग की ओर से हर साल उन स्कूलों पर मर्ज किये जाने की कैंची चलायी जा रही है। जिनमें विद्यार्थियों की संख्या 25 से कम होती जा रही है। ऐसे में जिले में कई स्कूल बंद हो चुके हैं। पिछले साल भी सात स्कूलों को मर्ज कर दिया गया था। जो स्कूल मर्ज किये जा रहे हैं। उनके कई जगहों पर तो भवन की हालत कंडम होती जा रही है। जहां मवेशियों के तबेले बन गये हैं।

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-पंचायतें कर रही संभाल

ग्रामीण क्षेत्र में पंचायतों की ओर से ही ज्यादातर स्कूलों को जमीन दी हुई है। अब स्कूलों की बिल्डिगें खाली हो चुकी है। ऐसे में कई जगहों पर पंचायतों ने बंद स्कूलों का अपने काम के लिये इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। इससे स्कूलों की देख-रेख भी हो रही है।

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-इन्हें कर दिया गया था मर्ज

अंबाला वन के जीपीएस खासपुर में 16 बच्चे थे और दो अध्यापक थे। जिन्हें आधा किलोमीटर दूर जीपीएस सकराहो स्कूल में मर्ज कर दिया गया था। ब्लाक टू में जीपीएस बंधूनगर में 19 बच्चे थे और दो अध्यापक थे। इसे भी आधा किलोमीटर दूर जीपीएस बाजीगर बस्ती में मर्ज कर दिया गया था। बराड़ा के जीपीएस अलियासपुर में 15 विद्यार्थी थे और दो अध्यापक थे। इसे सौ मीटर की दूरी पर जीपीएस जफरपुर में मर्ज कर दिया गया था। बराड़ा के जीपीएस डुलियानी में 22 विद्यार्थी थे और दो अध्यापक थे। इसे पास वाले जीपीएस डुलियानी में ही मर्ज कर दिया गया था। जीपीएस जमालमाजरा में 21 बच्चे थे और दो अध्यापक थे। इसे आधा किलोमीटर दूर जीपीएस साहलेपुर में मर्ज किया था। जीपीएस सज्जनमाजरी में 21 बच्चे और दो अध्यापक थे। इसे आधा किलोमीटर दूर जीपीएस दादूपुर में मर्ज कर दिया था। इसी तरह नारायणगढ़ के जीपीएस छोटी रसौर में 8 बच्चे और अध्यापक थे। इसे भी आधा किलोमीटर दूर जीजीपीएस सालेहपुर में मर्ज कर दिया था।

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-इन स्कूलों को दोबारा किया गया शुरू

अंबाला में मर्ज किये जाने के बाद तीन स्कूलों को दोबारा से चालू किया गया। इनमें से जीपीएस खासपुर, जीपीएस सज्जनमाजरी और जीपीएस बंधूनगर को दोबारा चालू किया गया है। क्योंकि इन स्कूलों में छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी हो गई थी।


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