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फर्जी वीजा पर पहले मलेशिया फिर भेजा सिगापुर, दोनों जगह इमीग्रेशन विभाग ने ठोंका 48 हजार जुर्माना

फर्जी वीजा पर अंबाला शहर बलदेव नगर निवासी सुशील कुमार को गांव हंडेसरा जिला मोहाली निवासी शिव कुमार ने पहले मलेशिया भेजा और फिर सिगापुर। सुशील पर दोनों जगह इमीग्रेशन विभाग ने जुर्माना तो ठोंका ही साथ ही साथ चंद घंटों बाद वापस भारत भी भेज दिया। इसके बाद भी ठग शिव कुमार बाज नहीं आया और शिकायतकर्ता को झांसे में रखा लेकिन दो बार धोखा खाने के बाद पीड़ित ने बलदेव नगर थाने में केस दर्ज करवा दिया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Jul 2019 10:11 AM (IST)Updated: Wed, 31 Jul 2019 10:11 AM (IST)
फर्जी वीजा पर पहले मलेशिया फिर भेजा सिगापुर, दोनों जगह इमीग्रेशन विभाग ने ठोंका 48 हजार जुर्माना
फर्जी वीजा पर पहले मलेशिया फिर भेजा सिगापुर, दोनों जगह इमीग्रेशन विभाग ने ठोंका 48 हजार जुर्माना

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: फर्जी वीजा पर अंबाला शहर बलदेव नगर निवासी सुशील कुमार को गांव हंडेसरा जिला मोहाली निवासी शिव कुमार ने पहले मलेशिया भेजा और फिर सिगापुर। सुशील पर दोनों जगह इमीग्रेशन विभाग ने जुर्माना तो ठोंका ही साथ ही साथ चंद घंटों बाद वापस भारत भी भेज दिया। इसके बाद भी ठग शिव कुमार बाज नहीं आया और शिकायतकर्ता को झांसे में रखा, लेकिन दो बार धोखा खाने के बाद पीड़ित ने बलदेव नगर थाने में केस दर्ज करवा दिया। इसके बाद दोनों में समझौता हो गया और आरोपित ने करीब डेढ़ लाख रुपये किश्तों में देने का आश्वासन दिया। निर्धारित समय बीत जाने के बाद भी एजेट ने राशि नहीं लौटाई। इतना ही नहीं आरोपित ने उसका फोन उठाना भी बंद कर दिया। पुलिस ने सुशील की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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पुलिस को दी शिकायत में हाउसिग बोर्ड कॉलोनी बलदेव नगर निवासी सुशील कुमार ने बताया कि वह लालडू में एक कपड़ा कंपनी में कार्यरत है। वह विदेश जाना चाहता था। बलदेव नगर निवासी उसके दोस्त अनूप कुमार ने उसे बताया कि उसका जानकार शिवकुमार लोगों को विदेश भेजता है। अनूप ने अगस्त 2017 में उसे शिव कुमार से अपने घर बलदेव नगर में मिलवाया। शिव कुमार ने उसे बताया कि वह उसे एक साल के वर्क वीजा पर मलेशिया भेज देगा। उसके बाद मलेशिया में ही वर्क वीजा और भी बढ़ जाएगा। 25 अगस्त 2017 को अनूप के घर पर उसके सामने शिकायतकर्ता ने शिवकुमार को 25 रुपये नकद, पासपोर्ट , फोटो व अन्य जरूरी कागजात दे दिये। 22 सितंबर 2017 को फिर 25 हजार रुपये दिए। पैसे लेने के बाद शिव कुमार ने उसे कहा कि अब मलेशिया जाने की तैयारी करो। 24 सितंबर 2017 को अनूप कुमार व शिव कुमार का दोस्त मनप्रीत सिंह उसके घर आए। मनप्रीत सिंह कहने लगा शिव कुमार ने तुम्हारा एक साल का वर्क वीजा लगवा दिया है। मलेशिया के लिये आज ही हैदराबाद से फ्लाइट है। उन्होंने उसे पासपोर्ट व वीजा कॉपी दे दी है। तुम्हें आज ही मोहाली से हैदराबाद पहुंच कर हैदराबाद से मलेशिया जाना है। फिर वह, मनप्रीत सिंह व अनूप कुमार गाड़ी में मोहाली एयरपोर्ट पर पहुंचे। हैदराबाद एयरपोर्ट पर शिव कुमार का आदमी उसे मिला उसने उससे 20 हजार रुपये लिये और मलेशिया का सिम दे दिया। फिर वह रात को हैदराबाद से हवाई जहाज में मलेशिया पहुंच गया। मलेशिया एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन वालों ने उसका वीजा देखकर कहा कि तुम गलत वीजा पर मलेशिया आये हो। इसीलिए 10 हजार रुपये जुर्माना लेकर अगली फ्लाइट से मलेशिया से वापस भारत भेज दिया।

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मलेशिया में जुर्माना लगने के बाद भी नहीं ली सुध

मलेशिया से सुशील वापस हैदराबाद पहुंचा। शिवकुमार को सारी बात बताई। यह सुनकर आरोपित ने कहा कि वह अभी 3-4 दिन वहीं रूके, होटल का जो भी खर्च होगा वह देगा। साथ ही उसे दोबारा मलेशिया भेज दिया। इस दौरान होटल में करीब 15 हजार रुपये खर्च आया। दो दिन बाद शिव कुमार ने उसके घर जाकर उसके भाई अश्वनी कुमार व उसके माता पिता से कहा कि मलेशिया की जगह वह सुशील को एक साल के वर्क वीजा पर सिगापुर भेज देगा और काम भी दिला देगा। इसमें 2.50 लाख रुपये का खर्चा आयेगा। उसके भाई अश्वनी ने शिव कुमार झांसे में आकर 1 अक्टूबर को 49 हजार रुपये आरोपित के जानकार जैमिन नाम के व्यक्ति के खाते में डलवाये और 51 हजार रुपये नगद शिव कुमार को और दे दिये। फिर शिव कुमार ने 3 अक्टूबर 2017 को हैदराबाद से चेन्नई की टिकट करवाने को कहा। शिकायतकर्ता ने करीब 13 हजार रुपये में हैदराबाद से चेन्नई की एयर टिकट करवाई और चेन्नई से सिगापुर की टिकट शिव कुमार ने उसके वाट्सअप पर भेजी। चेन्नई से सिगापुर हवाई जहाज से पहुंचा तो वहां पहुंचने पर भी इमीग्रेशन वालों ने उसे कहा कि वीजा गलत है। उस पर 38 हजार 100 रुपये जुर्माना लगाकर उसे फ्लाइट से सिगापुर से वापस चेन्नई भेज दिया। फिर से आरोपित ने वहीं ड्रामा किया। इस पर पीड़ित व्यक्ति ने 2 लाख 46 हजार रुपये की धोखाधड़ी की पुलिस में शिकायत दे दी। बाद में शिव कुमार ने मेरे साथ समझौता किया और एक लाख 58 हजार रुपये 26 मई 2018 तक किश्तों में देने का आश्वासन दिया। लेकिन आज तक नहीं लौटाए गए।

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