अंबाला में डेयरियों को शिफ्ट करने के लिए नहीं मिली जमीन
अंबाला छावनी की डेयरियों को बाहर शिफ्ट करने के लिए नगर परिषद को जमीन तक नहीं मिल पा रही है। जबकि एक साल बीत गया लेकिन पांच एकड़ जमीन नहीं मिल सकी।
जागरण संवाददाता, अंबाला : अंबाला छावनी की डेयरियों को बाहर शिफ्ट करने के लिए नगर परिषद को जमीन तक नहीं मिल पा रही है। जबकि एक साल बीत गया, लेकिन पांच एकड़ जमीन नहीं मिल सकी। नगर परिषद ने अब सरकार के पोर्टल पर जमीन पांच एकड़ जमीन मांगी है।
बता दें कि गृहमंत्री ने अंबाला छावनी की डेयरियों को शिफ्ट करने के लिए नगर परिषद को निर्देश दिए थे। करीब दो बड़ी मंडी और घर-घर में चल रही तीन सौ डेयरियों को बाहर शिफ्ट किया जाना है। ताकि अंबाला को स्वच्छ बनाया जा सके। नगर परिषद ने उगाड़ा-बाड़ा में जमीन देखी, मगर डिफेंस की लैंड होने के कारण बात नहीं बन पाई थी।
---------------- घर-घर चल रहीं डेयरियां
अंबाला छावनी के घर-घर में डेयरियां चल रही हैं। डेयरियों से निकलने वाला मलबा खुले में बहाया जाता है। ऐसे में व्यवस्था सुधरने के बजाए बिगड़ रही है। डेयरी संचालक पशुओं को भी खुले में छोड़ देते हैं। दिनभर सड़कों पर पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। डेयरियों को बाहर शिफ्ट करने के लिए नगर परिषद ने प्लान तो बनाया, मगर जमीन न मिलने के कारण आगे नहीं बढ़ सका।
---------------- बायोगैस प्लांट का काम भी लटका
नगर परिषद ने डेयरियों से निकलने वाले गोबर से बायो गैस बनाने की प्लानिग भी की है। यह प्रोजेक्ट रामबाग रोड पर लगाया जाना था, लेकिन डेयरियों को बाहर शिफ्ट किया जाना है। जहां पर डेयरियां शिफ्ट होंगी, अब वहीं पर ही बायोगैस प्लांट लगाया जाना है, लेकिन डेयरियों को शिफ्ट और बायोगैस प्लांट दोनों ही प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में है।
--------------- हमने कई जगह डेयरियों को शिफ्ट करने के लिए जगह देखी। अब पांच एकड़ जमीन के लिए सरकारी पोर्टल पर आवेदन किया है। ताकि जल्द से जल्द जमीन मिल सके और डेयरियों को शिफ्ट किया जाए।
राजेश कुमार, सचिव, नगर परिषद