कथक नृत्यांगना पूनम ने अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती में दी प्रस्तुति
गीता जयंती के अवसर पर एक ओर जहां विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों का मनोरंजन हो रहा है वहीं कुरुक्षेत्र में ब्रह्मसरोवर पर अन्तर्राष्ट्रीय गीता जयन्ती के अवसर पर विरासत हेरिटेज विलेज में कत्थक नृत्य की प्रस्तुति कराकर ईश्वर भक्ति को दिखाया।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर
गीता जयंती के अवसर पर एक ओर जहां विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों का मनोरंजन हो रहा है, वहीं कुरुक्षेत्र में ब्रह्मसरोवर पर अन्तर्राष्ट्रीय गीता जयन्ती के अवसर पर विरासत हेरिटेज विलेज में कत्थक नृत्य की प्रस्तुति कराकर ईश्वर भक्ति को दिखाया। अंबाला की कत्थक नृत्यांगना पूनम भल्ला ने अपने गुरु पंडित हरीश गंगानी के साथ मीरा के कृष्ण कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। जिसमें मीरा के विवाह से लेकर वियोग तक की कहानी को नृत्य एवं संवाद के माध्यम से दिखाया गया। नृत्य नाटिका में दिखाया गया कि मीरा का विवाह मेवाड़ के राणा से हो जाता है, लेकिन कृष्ण भक्ति के कारण मीरा राणा को पति के रुप में स्वीकार नहीं कर पाती। मीरा के ससुराल पक्ष के लोग मीरा को ईश्वर भक्ति से हटाने का प्रयास करते हैं कितु कृष्ण के रंग में रंगी हुई मीरा अपने ससुराल से विमुख होकर केवल कृष्ण को ही अपना सर्वस्व मानती है। दर्शकों ने नृत्य नाटिका की खूब प्रशंसा की। पूनम भल्ला ने जवाहर कला केंद्र जयपुर में भी कथक बैले की प्रस्तुति देकर दर्शकों की वाहवाही बटोरी। पिछले दिनों पूनम और उनके फोकमेनीय डांस ग्रुप ने थाईलैंड व दुबई में कई पुरस्कार जीतकर अंबाला का नाम रोशन किया है। पूनम अपनी इन प्रस्तुतियों का श्रेय अपने शास्त्रीय नृत्य गुरु पंडित हरीश गंगानी को देकर उनका आभार व्यक्त करती हैं।