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सात दिन बाद भी आइजी अंबाला रेंज की कुर्सी खाली

अंबाला रेंज आइजी की कुर्सी सात दिनों के बाद भी खाली है। स्चेच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) भारती अरोड़ा को एक दिसंबर से सरकार ने रिलीव कर दिया था। इसके बाद से अभी तक अंबाला रेंज आइजी का पद खाली पड़ा है। इंतजार किया जा रहा है कि सरकार अंबाला रेंज में आइजी का पद नियमित रूप से किसे सौंपती हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Dec 2021 09:19 PM (IST)Updated: Tue, 07 Dec 2021 09:19 PM (IST)
सात दिन बाद भी आइजी अंबाला रेंज की कुर्सी खाली
सात दिन बाद भी आइजी अंबाला रेंज की कुर्सी खाली

जागरण संवाददाता, अंबाला : अंबाला रेंज आइजी की कुर्सी सात दिनों के बाद भी खाली है। स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) भारती अरोड़ा को एक दिसंबर से सरकार ने रिलीव कर दिया था। इसके बाद से अभी तक अंबाला रेंज आइजी का पद खाली पड़ा है। इंतजार किया जा रहा है कि सरकार अंबाला रेंज में आइजी का पद नियमित रूप से किसे सौंपती हैं। हालांकि अभी कुछ नामों पर चर्चा चल रही है, लेकिन अभी तक इस में स्पष्ट रूप से कुछ कहा नहीं जा सकता। अब यह कुर्सी कितने दिनों तक खाली रहती है, इसे कुछ कहा नहीं जा सकता। बता दें कि अंबाला रेंज इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि राज्य के गृह मंत्री अनिल विज अंबाला छावनी विधानसभा से ही विधायक है और तीनों जिलों का आइजी रेंज कार्यालय अंबाला छावनी में ही हैं। उल्लेखनीय है कि अंबाला रेंज की आइजी रही भारती अरोड़ा ने अगस्त में कृष्ण भक्ति का हवाला देते हुए वालंटियर रिटायरमेंट स्कीम (वीआरएस) के लिए आवेदन किया था। इस में उन्होंने तीन माह के नोटिस पीरियड से भी छूट मांगी थी। इसी को लेकर प्रदेश के गृह मंत्री विज ने भी गृह सचिव को नोटिग दी थी कि आइजी से अपने वीआरएस के फैसले पर पुनर्विचार करें। इसी पर सरकार ने एक दिसंबर को वीआरएस पर मुहर लगा दी। भारती अरोड़ा भी अंबाला से वृंदावन चली गईं। सात दिनों का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक इस पद पर किसी भी आइपीएस की तैनाती नहीं हो पाई है। इसी को लेकर कुछ आइपीएस के नाम चर्चा में है, लेकिन सरकार ने अभी इस पर मुहर नहीं लगाई है। अब यह सीट कितने दिन और खाली रहती है, इस पर निगाहें हैं, जबकि इंतजार है कि इस पद पर कौन अधिकारी कुर्सी संभालेंगे।

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