देवी-देवताओं की मूर्ति स्थापना के साथ श्रीमद्भागवत कथा का समापन
जागरण संवाददाता, अंबाला: मोहड़ा स्थित श्री कृष्ण कृपा गौशाला आश्रम धर्मार्थ ट्रस्ट में चल रही श्
जागरण संवाददाता, अंबाला: मोहड़ा स्थित श्री कृष्ण कृपा गौशाला आश्रम धर्मार्थ ट्रस्ट में चल रही श्रीमद्भागवत कथा का समापन हो गया। कथा के अंतिम दिन आश्रम में देवी-देवताओं की विधि विधान से पूजा अर्चना व हवन के बाद स्थापना की गई। हवन में दूरदराज से पहुंचे श्रद्धालुओं ने आहुति डालकर मन्नतें मांगी। पूरा माहौल वैदिक मंत्रोच्चारण व जयकारों से गूंज उठा। आश्रम में रामदरबार, राधा रानी, हनुमान जी, शिव परिवार, महाराज सत नारायण दास व तीर्थ महाराज की मूर्ति स्थापित हुई। उपरांत कथा पंडाल में कथावाचक विकास दास ने प्रवचनों का गुणगान करते हुए परीक्षित मोक्ष व श्रीमद्भागवत कथा का सार बताया। करीब तीन घंटे तक कथा चली। उन्होंने कहा कि भक्त के वश में है भगवान और भक्त के बिना भगवान कुछ भी नहीं। मनुष्य अगर सच्ची लग्न व श्रद्धा से प्रभु का नाम ध्यान व सिमरन करता है तो अवश्य ही भगवान उसके दुखों में सहारा बनता है। इस मायारूपी संसार में उसका मार्ग दर्शक बनता है। जरूरत है तो केवल सच्ची श्रद्धा की। समाप्ति पर अटूट भंडारा लगाकर श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर प्रधान बनारसी दास, सेक्रेटरी सुरेश गर्ग, कोषाध्यक्ष श्याम लाल, सदस्य मुकेश कुमार, दयानंद ¨जदल, राजेश कुमार, पवन कुमार, दीपक कुमार मौजूद रहे।