SDO फंसा जाल में, लड़की ने भेजी Friend request, फिर बंधक बनाकर ऐसे Blackmail करने लगा गिरोह
एसडीओ जफर इकबाल खान को अपने जाल में फंसाकर दस लाख रुपये की डिमांड करने वाले हनीट्रैप गिरोह का भंडाफोड़ हो गया है।
अंबाला [दीपक बहल]। जनस्वास्थ्य विभाग नारायणगढ़ में तैनात एसडीओ जफर इकबाल खान को अपने जाल में फंसाकर दस लाख रुपये की डिमांड करने वाले हनीट्रैप गिरोह का भंडाफोड़ हो गया है। इस गिरोह में दो लड़कियां और पांच लड़के अब तक की जांच में सामने आ चुके हैं। लड़के यमुनानगर के तो लड़कियां नारायणगढ़ की हैं। आरोपितों की पहचान हो चुकी है, जबकि गिरफ्तारी बाकी है। सात आरोपितों के अलावा पुलिस को एक कार को भी बरामद करना है। साइबर सैल की मदद से पुलिस ने इस गुत्थी को जल्द ही सुलझा लिया है, जिसके तार यमुनानगर से जुड़े हैं।
आरोपित एसडीओ को बंधक बनाकर नारायणगढ़-कालाअंब रोड से पहले नाहन ले गए, जहां से उसे 30 किलोमीटर ऊपर सुनसान जगह पर ले गए। एक कमरे में अधिकारी को रखा और 10 लाख रुपये की डिमांड की गई। तड़के अधिकारी को टार्चर किया गया और रुपये देने का दबाव बनाया गया। पिता और भाई का नंबर तक मांगते रहे, लेकिन अधिकारी ने देने से इनकार कर दिया।
लड़कियों के जाल में इस तरह फंसा एसडीओ
19 अगस्त को जफर इकबाल खान को पदोन्नति एसडीओ के पद पर हुई और तैनाती नारायणगढ़ में की गई। ज्वाइनिंग के बाद खान को फेसबुक पर परमजीत परम के नाम से बनी आइडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। इसे अधिकारी ने चैक किया तो उसके तीन चार जानने वाले लड़की फेसबुक की फ्रेंड लिस्ट में शामिल थे। जानकार समझकर खान ने इस रिक्वेस्ट को स्वीकार कर लिया और फिर लड़की ने मैसेंजर पर बातें करनी शुरू कर दी।
लड़की ने मिलने और पहाड़ों पर घूमने की इच्छा जताई। चार सितंबर को उसने खुद को मुसीबत में होने की बात कहकर नारायणगढ़ रोड पर अधिकारी को बुलाया। वह जब मौके पर गया तो एक और लड़की, जिसका परिचय ज्योति नाम से कराया गया। जैसे ही दो लड़कियां कार में बैठी, दो युवक और आकर कार में बैठ गए। अधिकारी पर दबाव बनाकर कार में घुमाते रहे। दस लाख रुपये की डिमांड कर तीन लाख रुपये तक पहुंच गए।
अधिकारी के सिर पर मारा था पंच
दैनिक जागरण को जफर इकबाल खान ने बताया कि आरोपितों ने उसके सिर पर पंच मारकर टार्चर भी किया था। उन्होंने कहा कि अंबाला पुलिस की मदद से ही वह बच सका है। जब लड़कियों ने उसे पहाड़ों पर सैर की बात की, तो उन्होंने बात करनी बंद कर दी। इसी बीच लड़की ने मुसीबत में होने की बात कहकर उन्हें बुला लिया और बंधक बनाकर दस लाख रुपये की डिमांड की।
अपहरण के मैसेज ने बचाई जफर की जान
अधिकारी रुपये देने के लिए राजी हो गया और उसने दोस्त जगदीप को फोन किया। यहां पर बताया कि सोनीपत में गाड़ी से एक बच्चे का एक्सीडेंट हो गया है और उसकी हालत गंभीर है। तीन लाख रुपये माता-पिता को देने हैं। उनका एक रिश्तेदार दोसड़का रहता है और रुपये लेकर वे दोसड़का चौक पर पहुंचा जाए। इसी बीच अधिकारी ने दूसरे मोबाइल से जगदीप को अपहरण का मैसेज भेजा। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा और तुरंत अपहरणकर्ताओं की साइबर सैल के माध्यम से तलाश शुरू कर दी गई। यमुनानगर के छछरौली के पास पुलिस ने अधिकारी को बरामद कर लिया। आरोपित भागने में कामयाब हो गए।
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