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गैस एजेंसियों की गाड़ी पर जीपीआरएस नहीं, लुट रहे उपभोक्ता

920 रुपये प्रति सिलेंडर खर्च करने के बावजूद उपभोक्ताओं को पूरे वजन का गैस सिलेंडर नहीं मिलता। उपभोक्ता इसी भ्रम में रहता है कि सील लगी है लेकिन इसी सील की आड़ में चलता है गैस चोरी का गोरखधंधा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Oct 2018 02:23 AM (IST)Updated: Mon, 29 Oct 2018 02:23 AM (IST)
गैस एजेंसियों की गाड़ी पर जीपीआरएस नहीं, लुट रहे उपभोक्ता
गैस एजेंसियों की गाड़ी पर जीपीआरएस नहीं, लुट रहे उपभोक्ता

उमेश भार्गव, अंबाला शहर

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920 रुपये प्रति सिलेंडर खर्च करने के बावजूद उपभोक्ताओं को पूरे वजन का गैस सिलेंडर नहीं मिलता। उपभोक्ता इसी भ्रम में रहता है कि सील लगी है लेकिन इसी सील की आड़ में चलता है गैस चोरी का गोरखधंधा। इस अवैध धंधे में दो उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है। एक तो दो इंच की कील और दूसरी बांसुरी। कील से सिलेंडर के ढक्कन की लगी पिन को खींचा जाता है। इससे सिलेंडर पर लगी सील नहीं फटती बस हल्का सा निशान ही पड़ता है। इसके बाद ढक्कन की पिन को खींच दिया जाता है फिर भरे सिलेंडर से खाली सिलेंडर में बांसुरी के जरिए गैस पलट दी जाती है। इसके बाद चोरी की गैस को मौजूदा रेट के अनुसार बेच दिया जाता है। शनिवार को ¨हदुस्तान एजेंसी अंबाला शहर के पकड़े गए ड्राइवर जगतार ने यह सब मौके पर करके भी दिखाया था। अब सवाल है कि इस चोरी को कैसे रोका जाए?

ऐसे रोकी जा सकती है चोरी

दरअसल, जिले में किसी भी गैस एजेंसी ने अपने वाहनों में जीपीआरएस ट्रै¨कग सिस्टम नहीं लगवाया है। इस सिस्टम से गाड़ी की लोकेशन और उसके रुकने के सभी स्थानों की डिटेल मॉनीटर पर आ जाएगी। इससे आसानी से यह पता चल जाएगा कि गाड़ी कहां-कहां रुकी और कितने समय रुकी।

कम वेतन बना रहा गुनहगार

मनचंदा ¨हदुस्तान गैस एजेंसी के पकड़े गए ड्राइवर जगतार को 10 हजार रुपये प्रति माह वेतन कंपनी दे रही थी। वह सबसे पुराना कर्मी था। उसने बताया कि उसके मन में चोरी का प्लान इसीलिए आया क्योंकि उसे बेटी की शादी करनी है और अपने बेटे को पढ़ाना भी है। इसी कारण सिलेंडर से गैस चोरी का गुनाह किया। वहीं, दूसरी ओर ज्यादातर एजेंसी 3 से 5 हजार रुपये ही कर्मियों को देती हैं।

आप खुद कर सकते हैं अपने सिलेंडर का वजन

जो भी कर्मी सिलेंडर देने आपके घर आए या आप एजेंसी में लेने जाएं तो खुद आप अपने सिलेंडर का वजन कर सकते हैं। डिलीवरी देने आने वाले कर्मी के पास मशीन होता है इससे वजन करना आपका अधिकार है। प्रत्येक सिलेंडर के ऊपर पीले रंग में खाली सिलेंडर का वजन लिखा होता है। हर खाली सिलेंडर का वजन अलग-अलग हो सकता है। जैसे 15.1, 15.2 से 15.10 तक इसी तरह 16 से 17.1 तक। 15.1 का मतलब होता है 15 किलो 100 ग्राम। इसी तरह 15.2 का 15 किलो 200 ग्राम। अब इस खाली सिलेंडर में घरेलू गैस 14.2 भरी जाती है यानी 14 किलो 200 ग्राम। 15.1 में 14.2 जोड़ने कुल वजन 29.300 ग्राम हो जाएगा। इसी तरह सिलेंडर के खाली वजन के अनुसार वजन बढ़ता जाएगा।

एजेंसी के मालिक का बेटा जोरावार मौके पर आया था। मैंने खुद उन्हें अपनी गाड़ियों को जीपीआरएस सिस्टम इंस्टाल कराने के लिए कहा है ताकि उपभोक्ताओं से ठगी को रोका जा सके। उपभोक्ता भी खुद तोल कर सिलेंडर लें।

निशांत राठी, डीएफएससी

जगतार हमारा सबसे पुराना कर्मी है। हम खुद समय-समय पर गाड़ियों की चे¨कग भी करते हैं। आज भी जब मुझे पता चला तो मैं खुद मौके पर पहुंचा ताकि सच सामने आ सके। जीपीआरएस सिस्टम अभी नहीं लगे हैं। हम तो उपभोक्ताओं को खुद जागरूक करते हैं कि तोल कर सिलेंडर लें।

जोरावर, एजेंसी संचालक का बेटा


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