राफेल और जगुआर की सुरक्षा को इंदौर की तर्ज पर तैयार होगा कचरा निपटान का प्लान
अंबाला कैंट के वायुसेना स्टेशन में तैनात राफेल और जगुआर की सुरक्षा को लेकर अब इंदौर की तर्ज पर कचरा निपटान के लिए प्लान तैयार किया जाएगा। इसी को लेकर अंबाला कैंट के नगर परिषद कार्यालय में समीक्षा बैठक नगर निगम अंबाला के आयुक्त पार्थ गुप्ता की अध्यक्षता में बैठक हुई।
जागरण संवाददाता, अंबाला : अंबाला कैंट के वायुसेना स्टेशन में तैनात राफेल और जगुआर की सुरक्षा को लेकर अब इंदौर की तर्ज पर कचरा निपटान के लिए प्लान तैयार किया जाएगा। इसी को लेकर अंबाला कैंट के नगर परिषद कार्यालय में समीक्षा बैठक नगर निगम अंबाला के आयुक्त पार्थ गुप्ता की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में स्थानीय निकाय अधिकारियों सहित कैंटोनमेंट बोर्ड, वायुसेना के अधिकारियों ने भाग लिया। उल्लेखनीय है कि अंबाला में तैनात इन लड़ाकू विमानों को पक्षियों से खतरा है, जो वायुसेना स्टेशन के आसपास लगे कूड़े के ढेर पर मंडराते हैं। इसी को लेकर सितंबर 2020 में प्रदेश के गृह एवं स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने बैठक ली थी, जिसकी अब समीक्षा की गई।
उल्लेखनीय है कि अंबाला कैंट वायुसेना स्टेशन में तीन स्कवाड्रन तैनात हैं, जिसके कारण यह अति संवेदनशील क्षेत्र की श्रेणी में आ चुका है। वायुसेना स्टेशन से उड़ने वाले लड़ाकू जहाजों को आसमान में उड़ने वाले पक्षियों से खासा खतरा है। इसी को लेकर पहले भी प्रशासन दिशा निर्देश जारी कर चुका है। इस में सबसे अहम वायुसेना स्टेशन के आसपास पतंगबाजी सहित कबूतरबाजी पर रोक शामिल है। इसी को लेकर प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज भी पहले बैठक ले चुके हैं। ऐसे में बुधवार को हुई बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
------------ टीम का होगा गठन
वायुसेना स्टेशन में तैनात लड़ाकू विमानों को उड़ान के दौरान प क्षियों के टकराने की स्थिति से बचने के लिए अब एक टीम का गठन किया जाएगा। यह टीम दिए गए दिशा निर्देशों पर काम करेगी। यदि जारी निर्देशों की अवहेलना करते कोई भी पाया जाता है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। यह है प्लानिंग
- ट्विन सिटी में लिगेसी कचरा निपटान को इंदौर की तर्ज पर प्लान तैयार किया जाएगा
- वायु सेना स्टेशन अंबाला कैंट के नजदीक क्षेत्रों में पंतगबाजी और कबूतरबाजी पर पूर्ण पाबंदी
- वायु सेना स्टेशन के नजदीक नालों को ढका जाएगा
- मशीनों के द्वारा बड़े व छोटे नालों को साफ करने किया जाएगा
- भारतीय वायु सेना अधिनियम 1937 के तहत ठोस कचरा प्रबंधन प्लांट वायुसेना स्टेशन से 10 किलोमीटर दूर स्थापित होगा
- अंबाला सदर और अंबाला शहर में मृत पशुओं का अंतिम सस्कार/दफनाने का प्रबंध होगा