सेना के नाम पर फर्जीवाड़ा, ज्वाइनिंग लेटर लेकर नेपाल से अंबाला पहुंचे युवक
सेना के नाम पर फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। नेपाल निवासी एक युवक व उसके कुछ साथियों को एक व्यक्ति ने नेपाल में अंबाला सेना हेडक्वार्टर में फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर भेज दिया।
जेएनएन, अंबाला। भारतीय सेना के नाम पर फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। नेपाल निवासी एक युवक व उसके कुछ साथियों को एक व्यक्ति ने नेपाल में अंबाला सेना हेडक्वार्टर में फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर भेज दिया। फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब पांच-छह युवक नेपाल से ज्वाइनिंग के अंबाला पहुंचे। जब सैन्य अधिकारियों ने उन्हें ज्वाइनिंग नहीं दी तो तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ। वह पुलिस के पास पहुंचे और लिखित शिकायत दी। पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ 12 लाख रुपये ठगने पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
नेपाल के थाना बागदुला स्थित गांव धरमावती पांचताइरे निवासी शिकायकर्ता पदम भंडारी ने बताया कि उसने 10वीं कक्षा पास की हुई है और नेपाल में निजी बस चलाता है। पदम ने बताया कि नारंग थापा पुत्र हीरा लाल थापा गांव तुसारा थाना मच्छी जिला पियूठन नेपाल का ही रहने वाला है। उसका लमई नेपाल ने अपना गेस्ट हाउस है। नारंग शिकायकर्ता के गांव में आता-जाता रहता था। उसने बताया की भारतीय सेना में भर्ती निकली हुई हैं। उसका एक दोस्त देहरादून स्थित गांव कुलागढ़ निवासी कृष्ण बहादुर थापा उर्फ केबी थापा भारतीय सेना में कर्नल है। नारंग ने बताया कि कृष्ण बहादुर 14 गोरख रेजीमेंट में तैनात है। वह नेपाल के कुछ लड़कों को आर्मी में भर्ती करवा सकता है।
नारंग थापा ने शिकायकर्ता को बताया कि कर्नल ने पहले भी कई नेपाली लड़कों को भर्ती करवाया है। वह उसकी बातों में फंसकर नौकरी के लालच में में आ गया। पदम भंडारी अपने साथ दो लड़कों प्रकाश शर्मा, अशीष मगर को लेकर ढाई महीने पहले अंबाला कैंट पहुंच गया। अंबाला में नारंग थापा ने केबी थापा से उनकी मुलाकात करवा दी। वहां केबी थापा ने खुद कर्नल बताया। फिर केबी थापा ने कागजात देखें और कहा कि वह कर्नल रैंक पर है और सेना में उसकी अच्छी पहुंच है। वह उन्हें आर्मी में भर्ती करवा देगा। थापा ने कहा कि भर्ती के लिए प्रति व्यक्ति ढाई लाख रुपये देने होंगे। सभी ने उसे ढाई-ढाई लाख रुपये दे दिए।
नारंग थापा और केबी थापा ने रुपये लेने के बाद कहा कि कुछ दिन होटल में रुको। सभी होटल में रुक गए।एक दो दिन बाद केबी थापा ने अंग्रेजी में लिखित लेटर दिया था जिसमें 14 गोरखा रेजीमेंट में ट्रेनिंग के बारे में लिखा गया था। थापा ने उन्हें कुछ दिन और रुकने को कहा। कई दिनों तक केबी थापा व नारंग थापा उनसे मिलने होटल में आते जाते रहे। जब भी उनसे नौकरी के बारे में पूछताछ की जाती तो वह कोई न कोई बहाना बना लेते।
इसी दौरान एक दिन केबी थापा व नारंग थापा ने बार-बार पूछने पर उन्हें आर्मी की वर्दी की किट दे दी। होटल में रहने के दौरान उन्हें नेपाल के ही रहने वाले संजू खनल, रोबिन गिरी, निर्मल पौखरैल भी मिले। उन्होंने बताया कि नारंग थापा व केबी थापा ने उन्हें भी आर्मी में नौकरी लगवाने के लिए यहां बुलाया है।
बातचीत के दौरान उन्हें पता चला कि उनसे भी ढाई-ढाई लाख रुपये आर्मी की नौकरी के नाम पर लिए गए हैं। इस पर उन्हें शक हुआ। जब उन्होंने नारंग थापा व केबी थापा पर नौकरी देने का दवाब बनाया तो वह भड़क गए। कहा कि कोई नौकरी नहीं मिलेगी और न ही तुम्हारे पैसे वापस देंगे। इसके बाद पुलिस को शिकायत दी गई थी जिसके आधार पर अब केस दर्ज किया गया है।