व्यर्थ बह रहा हजारों लीटर पेयजल, वासुदेव नगर में सता रहा डेंगू का डर
स्वास्थ्य विभाग ने बृहस्पतिवार को विश्व डेंगू दिवस मनाया। वहीं गांव सौंडा की कॉलोनी वासुदेव नगर से डेंगू का डर निकलने का नाम नहीं ले रहा। साल 2017 में एक स्थानीय व्यक्ति की मौत का खौफ आज भी कायम है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : स्वास्थ्य विभाग ने बृहस्पतिवार को विश्व डेंगू दिवस मनाया। वहीं, गांव सौंडा की कॉलोनी वासुदेव नगर से डेंगू का डर निकलने का नाम नहीं ले रहा। साल 2017 में एक स्थानीय व्यक्ति की मौत का खौफ आज भी कायम है। हुडा सेक्टरों के लिए आ रही नहरी जलापूर्ति से रोजाना हजारों लीटर पानी इस कॉलोनी से होकर व्यर्थ बह रहा है, जो हर बार डेंगू फैलने की वजह बनता है।
राजीव गांधी खेल स्टेडियम के सामने बनाए पांच-पांच एमएलडी के दो पेयजल टैंक इस कॉलोनी के लिए मुसीबत बन गए हैं। इन टैंकों को नग्गल इरीगेशन से निकली कांवला डिस्ट्रीब्यूटरी पानी दे रही है। कहीं पाइप लाइन लीक है तो कहीं टैंकों से पानी रिस रहा है। स्थानीय लोगों में आक्रोश पनप रहा है। उनमें इस बात का ज्यादा गुस्सा है कि करीब एक दशक से वह ऐसे हालात में जी रहे हैं, लेकिन न तो जनप्रतिनिधियों ने और न ही अफसरों ने उनकी सुध ली है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक एक तरफ तो जल बचाओ कल बचाओ, पानी की हर बूंद कीमती जैसे नारे दिए जा रहे हैं, वहीं वासुदेव नगर से होकर रोजाना हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है। महिला राजिद्र कौर ने बताया कि हुडा के जलापूर्ति टैंकों का बहता साफ पानी यहां डेंगू की वजह बन रहा है। 2017 में डेंगू से उसके पति की मौत हो चुकी है।
हर समय भरा रहता पानी
मोहन सिंह के मुताबिक पानी के टैंकों से ओवरफ्लो होकर पानी बहता रहता है। यह पानी वासुदेव नगर में पहुंच जाता है। कॉलोनी में हर समय पानी भरा रहता है। जिसके चलते यहां मलेरिया व डेंगू जैसी खतरनाक बीमारिया फैलना आम बात है।
हर दर पर लगा चुके गुहार
स्वामी महेश्वरानंद ने बताया कि तीन बार सीएम विडो भी गए। एक आवेदन प्रधानमंत्री कार्यालय को भी किया। पिछले पांच साल से इस समस्या से निजात पाने के लिए स्थानीय अधिकारियों से लेकर उच्चाधिकारियों तक गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
किसी का ध्यान नहीं
नछत्र सिंह के मुताबिक यहां लोग गंदगी और जलभराव की वजह से स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से भी जूझ रहे हैं। पिछले साल एक शख्स की डेंगू से मौत हुई थी। इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा।
वह खुद मामले की जांच करेंगे
सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा ने बताया कि स्थानीय लोगों की इस समस्या को वह खुद चेक करेंगे। स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों की भी ड्यूटी लगाई जाएगी, ताकि समस्या का हल निकाला जा सके।