Move to Jagran APP

मोटी फीस ने घटाया वीआइपी नंबरों का क्रेज, नहीं बिका 2018 का सबसे महंगा 786 नंबर

कभी सिफारिश के दम पर मिलने वाले वाहनों के वीआइपी नंबर के लिए मारामारी रहती थी लेकिन अब इन नंबरों पर मोटी फीस की मार पड़ रही है। सरकार ने जब से इन नंबरों की फीस 50 हजार से 75 हजार तक तय की है तब से इनका क्रेज भी कम होने लगा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 01:28 AM (IST)Updated: Wed, 23 Jan 2019 01:28 AM (IST)
मोटी फीस ने घटाया वीआइपी नंबरों का क्रेज, नहीं बिका 2018 का सबसे महंगा 786 नंबर

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : कभी सिफारिश के दम पर मिलने वाले वाहनों के वीआइपी नंबर के लिए मारामारी रहती थी लेकिन अब इन नंबरों पर मोटी फीस की मार पड़ रही है। सरकार ने जब से इन नंबरों की फीस 50 हजार से 75 हजार तक तय की है तब से इनका क्रेज भी कम होने लगा है। इन वीआइपी नंबर का हाल यह है कि साल 2018 की एचआर-01एएस सीरिज के 41 में से 18 नंबर अभी खाली पड़े हुए हैं। जबकि एचआर-01एटी नाम से नई सीरिज भी शुरू हो चुकी है। वाहन पंजीकरण शाखा में एचआर-01 एएस 0786 नंबर भी खाली पड़ा है। जिसकी कीमत 75 हजार रुपये तय है।

loksabha election banner

इसी सीरिज में 2000, 3000, 4000, 5000, 5555, 6000, 8000, 9000 जैसे नंबर 50 हजार में उपलब्ध हैं। इसके अलावा भी कई महत्वपूर्ण नंबर हैं जो खाली पड़े हुए हैं। अब नई सीरिज शुरु हो जाने से नई सीरिज में भी ऐसे ही नंबर जारी हो चुके हैं। जिससे इतनी जल्द इन नंबरों के बिकने की उम्मीद कम है। इन वीआइपी नंबरों पर मोटी फीस से पंजीकरण शाखा की आमदन तो बढ़ गई है लेकिन नंबरों के लिए वह मारामारी नहीं रही जो कि पहले होती थी जब ऐसे नंबर मंत्री, एमएलए व अफसरों की सिफारिश पर हासिल हो जाया करते थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.