मोटी फीस ने घटाया वीआइपी नंबरों का क्रेज, नहीं बिका 2018 का सबसे महंगा 786 नंबर
कभी सिफारिश के दम पर मिलने वाले वाहनों के वीआइपी नंबर के लिए मारामारी रहती थी लेकिन अब इन नंबरों पर मोटी फीस की मार पड़ रही है। सरकार ने जब से इन नंबरों की फीस 50 हजार से 75 हजार तक तय की है तब से इनका क्रेज भी कम होने लगा है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : कभी सिफारिश के दम पर मिलने वाले वाहनों के वीआइपी नंबर के लिए मारामारी रहती थी लेकिन अब इन नंबरों पर मोटी फीस की मार पड़ रही है। सरकार ने जब से इन नंबरों की फीस 50 हजार से 75 हजार तक तय की है तब से इनका क्रेज भी कम होने लगा है। इन वीआइपी नंबर का हाल यह है कि साल 2018 की एचआर-01एएस सीरिज के 41 में से 18 नंबर अभी खाली पड़े हुए हैं। जबकि एचआर-01एटी नाम से नई सीरिज भी शुरू हो चुकी है। वाहन पंजीकरण शाखा में एचआर-01 एएस 0786 नंबर भी खाली पड़ा है। जिसकी कीमत 75 हजार रुपये तय है।
इसी सीरिज में 2000, 3000, 4000, 5000, 5555, 6000, 8000, 9000 जैसे नंबर 50 हजार में उपलब्ध हैं। इसके अलावा भी कई महत्वपूर्ण नंबर हैं जो खाली पड़े हुए हैं। अब नई सीरिज शुरु हो जाने से नई सीरिज में भी ऐसे ही नंबर जारी हो चुके हैं। जिससे इतनी जल्द इन नंबरों के बिकने की उम्मीद कम है। इन वीआइपी नंबरों पर मोटी फीस से पंजीकरण शाखा की आमदन तो बढ़ गई है लेकिन नंबरों के लिए वह मारामारी नहीं रही जो कि पहले होती थी जब ऐसे नंबर मंत्री, एमएलए व अफसरों की सिफारिश पर हासिल हो जाया करते थे।