54 करोड़ का बकाया होने पर रोया किसानों ने दुखड़ा
बनौंदी चीनी मिल को चले 75 दिन हो गए लेकिन मात्र 27 दिन की गन्ने की पेमेंट ही किसानों को मिली है। इसको लेकर भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के जिला प्रधान मलकीत सिंह साहबपुरा की अध्यक्षता में किसानों ने सोमवार को लघु सचिवालय नारायणगढ़ में रोना रोया।
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ : बनौंदी चीनी मिल को चले 75 दिन हो गए लेकिन मात्र 27 दिन की गन्ने की पेमेंट ही किसानों को मिली है। इसको लेकर भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के जिला प्रधान मलकीत सिंह साहबपुरा की अध्यक्षता में किसानों ने सोमवार को लघु सचिवालय नारायणगढ़ में रोना रोया। गन्ने की सही ढंग से पेमेंट करने को लेकर भाकियू अनेकों बार प्रशासन से मिल चुकी है परन्तु पेमेंट के संबंध में अभी तक कोई भी समाधान नहीं किया जा रहा।
मलकीत सिंह ने कहा डीसी को चीनी मिल बनौंदी का चेयरमैन बनाया गया है और बोर्ड की भी अनेकों बार बैठक हो चुकी हैं लेकिन अभी तक पेमेंट के मामले में गन्ना उत्पादकों की कोई सुध नहीं ली। मिल में किसानों को गन्ने का मात्र 34 करोड़ रुपया ही मिला है और मिल की ओर 54 करोड़ का पेमेंट अभी बकाया है। आरोप लगाया कि पर्ची व पेमेंट का कोई सिस्टम ठीक नहीं किया। पिछले सीजन का बकाया भी किसानों को नदियों के पानी में बैठकर आंदोलन करने के उपरांत ही मिला था। यूनियन गन्ने की पेमेंट को लेकर आगामी 12 फरवरी को चीनी मिल के समक्ष एक किसान पंचायत करेगी। जिसमें किसानों के पक्ष में एक सख्त निर्णय लिया जायेगा। इस अवसर पर उनके साथ विनोद राणा, सुरेश ज्यौली, रमेश राणा, मंगत राम, बोबी बघौली आदि उपस्थित थे।