इंसाफ के लिए हर हफ्ते एक महिला पहुंच रही थाने
रिश्ते में दहेज का लालच हर हफ्ते एक महिला को न्याय की उम्मीद में महिला थाने तक पहुंचा रहा है।
सुरेश सैनी, अंबाला शहर
रिश्ते में दहेज का लालच हर हफ्ते एक महिला को न्याय की उम्मीद में महिला थाने तक पहुंचा रहा है।
महिला थाने से मिले आंकड़ों के अनुसार जनवरी से अक्टूबर तक ऐसे 115 मामले सामने आए हैं। इनमें से अधिकतर दहेज उत्पीड़न के हैं। वहीं 27 मामले ऐसे हैं जो पोक्सो एक्ट के दर्ज हुए हैं। यानी हर 15 दिन में एक किशोर पर अत्याचार हो रहा है। बढ़ गए छेड़छाड़ के मामले
इन आंकड़ों के अनुसार अब तक 19 मामले छेड़छाड़ के दर्ज हुए हैं। इससे पता चलता है महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पुलिस महिलाओं को महफूज होने का दावा करती है, परंतु हकीकत इससे दूर है। दोनों पक्षों की जाती है काउंसिलिग
पुलिस के अनुसार महिला की शिकायत पर दोनों पक्षों को थाना बुलाया जाता है। इस दौरान दोनों की काउंसिलिग की जाती है। उसके बाद पक्षों को आपस में सुलझाने का समय दिया जाता है। इसके अलावा खुद पुलिस भी दोनों में मनमुटाव खत्म करने का प्रयास करती है। असफल रहने पर केस दर्ज होता है। इस तरह के मामले जांच में झूठे मिलने पर काउंसिलिंग से निपटाए जाते हैं महिला थाना में अब तक पहुंचे मामले
मामला संख्या कैंसल पीसी
दहेज उत्पीड़न 50 06 14
दुष्कर्म 19 01 03
छेड़छाड़ 19 02 02
पोक्सो एक्ट 27 - - 10 वर्जन
थाना में अब तक जितने भी मामले आए हैं, उनमें ज्यादातर दहेज उत्पीड़न के हैं। ऐसे मामलों में काउंसिलिग करने के बाद दोनों पक्षों की सुनवाई होती है। यदि एक पक्ष की सहमति नहीं हो पाती तो मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है। वैसे ज्यादातर मामलों का थाने में निपटान हो जाता है। कई बार जांच में मामला झूठा भी पाया जाता है।
-सुनीता, इंचार्ज, महिला थाना।