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आज ओपीडी बंद, स्वास्थ्य विभाग का नोटिस, डॉक्टर रहें ऑन ड्यूटी नहीं तो कार्रवाई तय

डीजीएचएस की ओर से जारी लेटर स्वास्थ्य मंत्री से 5 सितंबर को उनके आवास पर मिल सकते हैं डाक्टर। नागरिक अस्पतालों के डाक्टर अपनी मांगों को लेकर प्रदेश भर में 5 सितंबर को कर रहे हैं हड़ताल।

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Sep 2019 08:52 AM (IST)Updated: Thu, 05 Sep 2019 08:52 AM (IST)
आज ओपीडी बंद, स्वास्थ्य विभाग का नोटिस, डॉक्टर रहें ऑन ड्यूटी नहीं तो कार्रवाई तय
आज ओपीडी बंद, स्वास्थ्य विभाग का नोटिस, डॉक्टर रहें ऑन ड्यूटी नहीं तो कार्रवाई तय

जागरण संवाददाता, अंबाला: हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन जहां अपनी मांगों को लेकर 5 सितंबर को हड़ताल पर अड़ी है, वहीं स्वास्थ्य विभाग ने भी सख्ती दिखाते हुए नोटिस जारी कर डॉक्टरों को ऑन ड्यूटी रहने के आदेश दिए हैं। साथ ही कहा है कि यदि डॉक्टर हड़ताल में शामिल होते हैं तो उन पर कार्रवाई होगी। हालांकि, डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विसेज ने डाक्टरों को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से मिलने की सलाह देते हुए लेटर जारी किया है। हालांकि, एसोसिएशन ने दो टूक कह दिया है कि इसका निर्णय बाद में लिया जाएगा।

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हड़ताल के चलते अंबाला में हालात बिगड़ने के पूरे आसार हैं, जबकि मरीजों को परेशानियां झेलनी पड़ेंगी। अंबाला में 130 डाक्टर नागरिक अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी और स्वास्थ्य केंद्रों में सेवाएं दे हैं, जबकि जिला भर में पांच हजार मरीज अपना इलाज करवाने आते हैं। 5 हजार मरीज रोजाना कराते हैं इलाज

स्वास्थ्य विभाग के तहत नागरिक अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी, स्वास्थ्य केंद्र, टीबी अस्पताल में रोजाना करीब पांच हजार मरीज अपना इलाज करवाने आते हैं। अपनी मांगों को लेकर हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन 5 सितंबर को हड़ताल पर रहने का ऐलान कर चुकी है। इस कारण मरीजों का परेशानियां झेलनी पड़ेंगी। हालांकि इस हड़ताल में इमरजेंसी सेवाएं व पोस्टमार्टम किए जाएंगे। यदि सरकार फिर भी नहीं मानती, तो 9 सितंबर को भी यह सेवाएं बाधित कर दी जाएंगी। अंबाला शहर व छावनी में सबसे ज्यादा ओपीडी

अंबाला शहर व छावनी के नागरिक अस्पताल में सबसे ज्यादा ओपीडी है। शहर में जहां करीब 1400 की ओपीडी है, वहीं अंबाला छावनी में यह दो हजार के आसपास है। इस हड़ताल स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी इस हड़ताल से निपटने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है। इन मांगों को लेकर है हड़ताल

हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के प्रधान डॉ. जसबीर परमार ने कहा कि दो घंटे की हड़ताल के बाद भी सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया, जिस कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ रहा है।

- विशेषज्ञ डॉक्टरों को स्पेशल भत्ते दिए जाएं

- दूसरे राज्यों की तर्ज पर चार, नौ, 13 और 20 साल में एसीपी दिया जाए

- एश्योर्ड कॅरियर प्रमोशन का लाभ दिया जाए सीएमओ को सौंपा ज्ञापन

हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसि•ा एसोसिएशन की अंबाला इकाई ने बुधवार को सीएमओ डा. पूनम जैन को ज्ञापन सौंपा। डा. मनोज, डा. शीलकांत पजनी ने सीएमओ को ज्ञापन देते हुए हड़ताल के बारे में बताया। डा. मनोज ने कहा कि मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार सुन नहीं रही। इसी के कारण हड़ताल की जा रही है। यह डॉक्टर देंगे इमरजेंसी में ड्यूटी

5 सितंबर को हड़ताल के चलते अंबाला छावनी नागरिक अस्पताल की इमरजेंसी में डाक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है। इन में डॉ. पल्लवी सिपॉल, डॉ. मुनीष कुमार, डॉ. गुरमीत सिंह, डॉ. संजीव शर्मा, डॉ. अश्वनी मोदगिल शामिल हैं। यह डाक्टर सुबह 8 बजे से 2 बजे तक ऑन ड्यूटी रहेंगे। मरीजों को तंग करने का कोई मकसद नहीं है। हड़ताल करने का मकसद केवल सरकार को डाक्टरों की मांगों के बारे याद दिलाना है। इमरजेंसी व पोस्टमार्टम सेवाएं चालू रहेंगी। हर सरकार फिर भी नहीं मानती तो 9 तारीख को पूर्ण बंद कर दिया जाएगा।

- डॉ. मनोज वर्मा, प्रधान, एचसीएमएस अंबाला


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