डॉक्टरों की हड़ताल ने बढ़ाया मरीजों का दर्द, इलाज के लिए भटकते रहे
छावनी में विकल्प के तौर पर एसएमओ रिटायर्ड फिजीशियन एनएचएम की डाक्टर ने संभाली ओपीडी। स्वास्थ्य मंत्री विज के साथ डेढ़ घंटे चली बैठक रही बेनतीजा अब 9 को होगी बातचीत। अंबाला शहर में भी ओपीडी के लिए भटके परंतु एनएचएम रिटायर्ड व गायनी डाक्टर रहे ऑन ड्यूटी।
जागरण टीम, अंबाला: हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसिज एसोसिएशन के आह्वान पर बृहस्पतिवार को हुई सांकेतिक हड़ताल के चलते अंबाला शहर, छावनी, नारायणगढ़, बराड़ा, साहा, शहजादपुर, मुलाना में सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित रहीं। रोजाना करीब पांच हजार की ओपीडी जिला में होती है, जिसके चलते मरीज हड़ताल के चलते इधर उधर भटके। हालांकि राहत देने के लिए अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल में एसएमओ डा. सतीश, रिटायर्ड फिजीशियन रविदर, एनएचएम की डाक्टर सुगंधा ने ओपीडी में बैठ महिला मरीजों का चैकअप किया। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ डेढ़ घंटे तक एसोसिएशन के प्रधान डा. जसबीर परमार, वरिष्ठ उपप्रधान डा. शीलकांत पजनी, उपप्रधान डा. एमपी सिंह, महासचिव डा. राजेश श्योकंद मीटिग हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया। अब फिर से 9 सितंबर को बैठक होगी, जिसमें मंत्री के साथ स्वास्थ्य महकमे के आला अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। गर्भवती महिलाओं को भी मिला उपचार
नागरिक अस्पताल छावनी में गर्भवती महिलाओं को उपचार के लिए भटकना नहीं पड़ा। एनआरएचएम के तहत रखी गई डाक्टर सुगंदा ने भी ओपीडी में पहुंची महिलाओं का स्वास्थ्य जांचा। हालांकि हड़ताल के कारण ओपीडी में रोजाना से कम भीड़ दिखी। आयुष विग भी खुली रही। होम्योपैथिक सहित आयुवैदिक ओपीडी में भी मरीजों का स्वाथ्य जांचा गया। एसएमओ ने संभाला मोर्चा, मरीजों का जांचा स्वास्थ्य
डाक्टरों की एसोसिएशन भले ही हड़ताल पर रही हो, लेकिन छावनी के नागरिक अस्पताल में एसएमओ डॉ. सतीश ने भटक रहे मरीजों का स्वास्थ्य जांचा। कर्मचारियों ने भटक रहे मरीजों को तीसरी मंजिल पर बने एसएमओ रूम में भेज दिया। जहां मरीजों की कतारें लग गई। सुबह 9 बजे से मरीजों को देखना शुरू कर दिया। इसी तरह फीजिशियन ओपीडी भी खुली रही। रिटायर्ड होने के बाद दोबारा तैनात हुए डॉ. रविद्र ने मरीजों का चैकअप किया। एमरजेंसी में 11 बजे तक महज 60 ओपीडी
शहर नागरिक अस्पताल में ओपीडी बंद होने के कारण मरीज एमरजेंसी की ओर रूख करते रहे। इस कारण मरीजों को एमरजेंसी में दर्द आदि की दवाएं दी गई। इस दौरान एमरजेंसी में तैनात डाक्टरों ने पहुंचने वाले मरीजों का चेकअप किया। एमरजेंसी में 11 बजे तक करीब 60 मरीज पहुंचे थे। एनआरएचएम के साथ एमरजेंसी में तैनात रहे डाक्टर, बेड रहे खाली
अस्पताल में नौ डाक्टर ओपीडी में तैनात रहे, जबकि आठ डाक्टर ओपीडी में नहीं रहे। अस्पताल में चल रही स्क्रीन में आउट में डॉ.अर्पिता गर्ग, डॉ.हर्ष खुशवाहा, डॉ.अंकुश शर्मा, डॉ.नेहा गोयल, डॉ.विजय कुमार बंसल, डॉ.विकास गोयल और स्क्रीन के इन में डॉ.अरुण कुमार शर्मा, डॉ.अपूर्वा वालिया, डॉ.सुनीता कुमारी का नाम दिखाई दिया। एमरजेंसी में डॉ.अंकित गोयल और डॉ.अरुण रहे। जबकि गायनी में पूर्वा वाली रही। डॉ.अर्व, डॉ.अशोक शर्मा भी ड्यूटी पर तैनात रहे। डाक्टरों की हड़ताल के कारण एमरजेंसी में लगभग बेड खाली की हालत में रहे।