उगाला में डेंगू, नहीं मानी जा रही निजी अस्पतालों की रिपोर्ट
उगाला गांव में लोगों को डेंगू ने अपनी चपेट में ले लिया है। गांव के कई लोगों को बुखार होने पर प्लेटलेट्स कम हो गए हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस बात को मानने को तैयार नहीं है। गांव में गंदगी और पीने का पानी स्वच्छ नहीं है।
संवाद सहयोगी, मुलाना : उगाला गांव में लोगों को डेंगू ने अपनी चपेट में ले लिया है। गांव के कई लोगों को बुखार होने पर प्लेटलेट्स कम हो गए हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस बात को मानने को तैयार नहीं है। गांव में गंदगी और पीने का पानी स्वच्छ नहीं है। साथ ही गांव में गंदगी के कारण मच्छरों की भरमार है, जिससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। एक डॉक्टर ने बताया कि गांव में लोग डेंगू के शिकार हैं, लेकिन डीजी हेल्थ के आदेश हैं कि वे प्राइवेट डॉक्टर की रिपोर्ट नहीं मानें, भले इसमें डेंगू बुखार ही क्यों न घोषित किया गया हो।
गांव के बाल किशन को कई दिनों से बुखार हो रहा है। उनके अलावा भी कई लोग इससे जूझ रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। लोगों ने कई बार इलाज के लिए मांग की, परंतु पीएचसी में डॉक्टर नहीं मिलते। जिस कारण मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में अपना इलाज कराना पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि जब भी डॉक्टरों की टीम गांव में आती है, यही कह कर टाल दिया जाता है कि किसी को डेंगू नहीं है और प्राइवेट डॉक्टर की जांच को नहीं मानते। बाद में सारी गाज पीने के पानी पर डाल दी जाती है।
कमल कुमार, अनिल राणा, महेंद्र ¨सह, दीप आदि ने बताया कि गांव में लोग बुखार से पीड़ित हो रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग चुप्पी साधे हुए हैं।
कई जगह टूटी हुई है पाइप लाइन
लोगों ने बताया कि गांव में कई जगह पाइप लाइनें टूटी हुई हैं, जिस कारण गंदा पानी पीने की सप्लाई में जा रहा है। गंदा पानी पीने से लोग बीमार पड़ रहे हैं। सावित्री देवी, मीना रानी, संतोष कुमारी और दीपा ने बताया कि पीने का पानी पहले गंदा आता है बाद में साफ हो जाता है, इससे लोग गंदा पानी पीने से बीमार हो जाते हैं। गांव में फॉ¨गग भी नहीं कराई गई, क्षेत्र में मच्छरों की भरमार है।
गांव में साफ सफाई की जा रही है। लीक पाइप लाइनों को ठीक करने का काम जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का काम है, उनको बोल दिया गया है, जल्द ही पीने का शुद्ध और साफ पानी मिलेगा।
मोहनलाल, सरपंच, उगाला।