ट्विन सिटी में 187 को डेंगू, नाकाफी साबित हो रही नगर निगम की फॉगिग
शहर में डेंगू के डंक का खतरा बढ़ने लगा है। घर के आसपास जमा साफ पानी में पनपने वाले मच्छर का समूल नाश नहीं हो पा रहा है। डेंगू से पीड़ित होने की संभावना को लेकर सरकारी और निजी पैथोलॉजी पर जांच कराने की संख्या में अचानक इजाफा हुआ है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: शहर में डेंगू के डंक का खतरा बढ़ने लगा है। घर के आसपास जमा साफ पानी में पनपने वाले मच्छर का समूल नाश नहीं हो पा रहा है। डेंगू से पीड़ित होने की संभावना को लेकर सरकारी और निजी पैथोलॉजी पर जांच कराने की संख्या में अचानक इजाफा हुआ है। केवल सरकारी आंकड़ों में डेंगू के डंक से प्रभावित होकर 187 मरीज अस्पताल पहुंच चुके हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण करने का दावा किया जा रहा है, फिर भी शहर में रहने वालों को डेंगू के डंक का खतरा सता रहा है। इसके लिए सरकारी स्कूल में जहां लैब टेस्ट फ्री है, वहीं प्राइवेट लैब में अपने अपने खून की जांच पर हजार रुपये तक खर्च कर दिया। पांच वर्ष में आए केस पर एक नजर
वर्ष डेंगू
2015 552
2016 11
2017 325
2018 110
2019 187 2800 को मिला है नोटिस
मलेरिया अधिकारियों ने सितंबर में जिले में ब्रिडिग चेकिग कराते हुए अब तक करीब 2800 लोगों के घर मे लार्वा मिलने पर नोटिस दिया है। इसके साथ ही इन लोगों को साफ सफाई रखने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी सफाई न होने की दशा में 300 से 2500 रुपए तक जुर्माना लगाने की बात कही गई थी। बावजूद इसके डेंगू मरीजों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। फागिग के लिए सिर्फ छह मशीन
डेंगू के डंग को बेअसर करने के लिए नगर निगम अंबाला शहर के लिए छह मशीनें हैं। इन मशीनों का इस्तेमाल मच्छर के प्रकोप को कम करने के लिए फागिग के लिए होता है। फागिग मशीन का धुंआ मच्छर भगाने में कारगर साबित हो इसके लिए उसमें पड़ने वाले डीजल और मैलाथियान केमिकल को मिलाया जाता है। डीजल का भुगतान तो नगर निगम करता है पर मैलाथियान की आपूर्ति स्वास्थ्य महकमा करता है। लेकिन इसका भी कोई असर नजर नहीं आ रहा है। सभी सरकारी अस्पताल में डेंगू वार्ड बनाने की संस्तुति : डा. संजीव
अंबाला शहर के नागरिक अस्पताल में डिप्टी सीएमओ डा. संजीव सिगला ने बताया कि नागरिक अस्पताल सिटी में 12 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर और ग्रामीण क्षेत्र के सभी छोटे बड़े सरकारी अस्पताल में डेंगू वार्ड विकसित करने के निर्देश दिए गए हैं।