स्कूल नेशनल गेम्स को लेकर भ्रम की स्थिति
कोविड-19 के कारण एक ओर जहां लंबे समय तक स्कूल बंद रहे वहीं स्कूल गेम्स का आयोजन भी नहीं हो पाया है। अब इसी को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है।
कुलदीप चहल, अंबाला कोविड-19 के कारण एक ओर जहां लंबे समय तक स्कूल बंद रहे, वहीं स्कूल गेम्स का आयोजन भी नहीं हो पाया है। अब इसी को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है। स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इंडिया के द्वारा एक गुट द्वारा जहां सीधे स्कूल नेशनल गेम्स करवाने के लिए कैलेंडर जारी किया गया है वहीं दूसरा गुट कैलेंडर को फर्जी बताया जा रहा है। जबकि इसको लेकर शिक्षा विभाग कोई जानकारी नहीं होने की बात कह रहा है।
दूसरी ओर जिला स्तर पर स्कूल गेम्स आयोजन करवाने वाली कमेटी के सदस्य भी मान रहे हैं कि लेटर तो जारी हुए हैं, लेकिन इसमें कौन सा सही है और कौन सा गलत, इस पर वे कुछ नहीं कह सकते। दूसरी ओर खेलो इंडिया यूथ गेम्स से पहले इन गेम्स का आयोजन किया जाना चाहिए, लेकिन स्थिति ऐसी है कि इसमें भी दिक्कत है। स्कूल नेशनल गेम्स के आयोजन का कैलेंडर जहां एक गुट द्वारा 29 सितंबर 2021 को जारी किया गया, वहीं दूसरा लेटर अगले ही दिन दूसरे ग्रुप द्वारा जारी कर दिया गया है। एक गुट ने कैलेंडर जारी कर सीधे स्कूल नेशनल दिसंबर से करवाने की घोषणा की है और सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश में संबंधित विभागों को लेटर भेज दिया है।
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इस तरह से होते हैं स्कूल गेम्स
स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देने के लिए गेम्स का आयोजन किया जाता है। इसमें शिक्षा विभाग की ओर से पहले ब्लाक, फिर डिस्ट्रिक्ट और फिर स्टेट लेवल पर विभिन्न गेम्स करवाए जाते हैं। स्टेट गेम्स होने के बाद नेशनल के लिए टीमों का चयन होता है। जिसके बाद अलग-अलग कैंप का आयोजन होता है। इसी के बाद स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इंडिया की ओर से स्कूल नेशनल गेम्स का आयोजन करवाया जाता है। उल्लेखनीय है कि स्कूल नेशनल गेम्स में हरियाणा का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है और हर बार टाप फाइव में अपनी जगह बनाती है।
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दोनों गुट बता रहे हैं अपनी मान्यता
स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इंडिया अपने-अपने दावे कर रहे हैं। हालांकि दोनों गुटों के पदाधिकारियों का कहना है कि उनका फेडरेशन मिनिस्ट्री आफ यूथ अफेयरर्स एंड स्पोर्ट्स गर्वनमेंट आफ इंडिया से रजिस्टर्ड है। जबकि इंटरनेशनल स्कूल स्पोर्ट्स फेडरेशन और एशियन स्कूल स्पोर्ट्स फेडरेशन तथा एशियन स्कूल फुटबाल फेडरेशन से मान्यता प्राप्त है।
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दोनों गुटों के पदाधिकारियों का दावा
हमारी ओर से सभी राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों आदि को लेटर भेजकर स्कूल नेशनल गेम्स का शेड्यूल जारी किया है। संबंधित प्रदेश सरकार को निर्णय लेना है कि वे स्टेट की टीमें भेजेंगे या नहीं। प्रदेश स्तर पर ही फाइनल होना है कि स्कूल टूर्नामेंट कैसे करवाए जाने हैं।
- विजय संतन, महासचिव, स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इंडिया
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एक गुट द्वारा स्कूल नेशनल गेम्स के लिए कैलेंडर जारी किया गया है, जो वे नहीं कर सकते। उनको ऐसा करने का अधिकार नहीं है। हमारी फेडरेशन की ओर से प्रधान वी रंजीथ कुमार व महासचिव आलोक खरे की ओर से लेटर जारी किया है, जिसमें बताया कि जारी किया गया स्कूल नेशनल गेम्स का कैलेंडर फेक है।
- सोमदत्त दीक्षित, एडमिनिस्ट्रेटर, स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इंडिया
------------------ अभी तक स्कूल गेम्स को लेकर कोई दिशा निर्देश जारी नहीं हुए हैं। यह मेरी जानकारी में नहीं है कि स्कूल नेशनल गेम्स का कोई कैलेंडर जारी हुआ है।
- सुरेश कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी, अंबाला