जनता के खून पसीने के 65 लाख लेकर कंपनी फुर्र, आफिस पर लटका ताला
जनता के खून पसीने के 65 लाख रुपये लेकर एक कंपनी फरार हो गई।
जागरण संवाददाता, अंबाला
जनता के खून पसीने के 65 लाख रुपये लेकर एक कंपनी फरार हो गई। अंबाला छावनी के टिबर मार्केट में खुले आफिस पर ताला लगा है, जबकि इस में काम करने वाले एजेंट अब भटक रहे हैं। जिन जमाकर्ताओं ने इस कंपनी में रुपये जमा कराए वे परेशान हैं। एजेंटों की मानें, तो मोटे मुनाफे का लालच देकर उनके जरिये लोगों से रुपये तो ले लिए अब रुपये देने में आनाकानी कर रहे हैं। पुलिस ने महेंद्र कौशल की शिकायत के आधार पर सुनील श्रीवास्तव, युधिष्ठिर शर्मा, विनोद अहरेड़ी, रामकेश शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है। यह है मामला
अंबाला छावनी में करीब चार साल पहले ट्रिनिटी मल्टी स्टेट कोआपरेटिव क्रेडिट सोसायटी लिमिटेड ने अपना डिपाजिट का काम शुरू किया। अंबाला में करीब अस्सी एजेंट अपने साथ जोड़े। इन सभी को सोसायटी ने अपनी डिपाजिट स्कीम पर मोटे ब्याज का लालच दिया। साथ ही एजेंटों को अच्छे खासे पे-आउट का भी सपना दिखाया गया। इसी पर एजेंटों ने लोगों को कंपनी की डिपाजिट स्कीम के बारे में बताया, जिस पर लोगों ने इसमें अपने रुपये लगा दिए। अब मार्च 2019 के बाद से कंपनी ने सुर बदल लिए। इन चार सालों में करीब 65 लाख रुपये लोगों से डिपाजिट के नाम पर इकट्ठा कर लिया गया। जिन लोगों के मिच्योरिटी डेट आने के बाद भी रुपया नहीं दिया। इस पर लोगों ने कंपनी के टिबर मार्केट में स्थित कार्यालय के चक्कर काटने शुरू कर दिए। धीरे-धीरे कर इस कार्यालय पर ताला लटक गया, जबकि यहा ंपर काम करने वाले कर्मचारियों को भी वेतन तक नहीं दिया गया। लखनऊ स्थित कार्यालय पर भी नहीं मिली राहत
शिकायतकर्ता महेंद्र कौशल ने बताया कि उनके साथ अन्य एजेंट लखनऊ स्थित सोसायटी के कार्यालय पर भी गए। यहां पदाधिकारियों से बातचीत की, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। कंपनी पदाधिकारी पेमेंट देने की बात तो करते हैं, लेकिन पेमेंट नहीं दे रहे। इसी कारण लोगों का लाखों रुपये अटके हैं। पंजाब में भी चल रहे कार्यालय
सोसायटी का अंबाला छावनी स्थित कार्यालय तो बंद हो चुका है, लेकिन पंजाब में कई जगहों पर अभी डिपाजिट लिया जा रहा है। बरवाला, पटियाला, अबोहर में कंपनी लोगों से डिपाजिट ले रही है। इसके अलावा जीरकपुर व डेराबस्सी में कंपनी का कार्यालय बंद हो चुका है।