अति संवेदनशील स्टेशन का सुरक्षा दायरा होगा मजबूत, 100 कैमरे लगाने की मंजूरी मिली
छावनी स्टेशन पर धुंधले कैमरों से सुरक्षा को खतरा का दैनिक जागरण ने उठाया था मामला अब जल्द होंगे टेंडर यात्री सुविधा समिति भी कैमरे देख रह गई थी दंग जताई थी चिता।
अंशु शर्मा, अंबाला: छावनी का अति संवेदनशील स्टेशन की सुरक्षा का दायरा अब ओर मजबूत होगा। करीब 100 कैमरे नए लगेंगे जिससे चप्पे-चप्पे से निगरानी हो सकेंगी। हालांकि अभी भी कैमरे लगे हैं लेकिन अधिकांश कैमरों में तस्वीर धुंधली होना सुरक्षा के लिए चिता का विषय बना हुआ है। दैनिक जागरण ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया जिसके बाद रेल मंत्रालय की यात्री सुविधा समिति (पीएसी) ने खुद कैमरों में कैद हो रही तस्वीर देखी थी। पीएसी के सदस्य भी दंग रह गए थे कि ऐसे कैमरों से सुरक्षा कैसे होगी। अब स्टेशन पर करीब सौ ओर नए कैमरे लगाने के लिए रेलवे ने हरी झंडी दिखा दे दी है। टेंडर प्रक्रिया फिलहाल पाइप लाइन में है। यह सभी कैमरे हाई टेक्नोलॉजी के होंगे।
बता दें कि दैनिक जागरण के संग 29 जुलाई को पीएसी की टीम ने स्टेशन का निरीक्षण किया तो उन्हें सुरक्षा में काफी खामियों मिली थी। अति संवेदनशील रेलवे स्टेशन में अधिकांश सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े हैं तो कुछ में लोगों चेहरे तक धुंधले दिखें। समिति ने सीसीटीवी के कंट्रोल रूम में जाकर चेक किया तो असलियत सामने आ गई थी। यह टीम यात्रियों की सुविधाओं का आंकलन करने के लिए पहुंची थी। जिसमें भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं पीएसी सदस्य वीर कुमार यादव मौजूद थे। जिन्होंने इस लापरवाही को देखते हुए आलाधिकारियों के समक्ष मामला उठाने की बात कहीं थी। फिलहाल स्टेशन पर 53 कैमरों से नजर रखी जा रही है। खराब मेटल डिटेक्टर के ठीक सामने लगाए कैमरे
पीएसी की टीम को स्टेशन के पूछताछ केंद्र के पास मुख्य गेट पर लगा मेटल डिटेक्टर भी खराब मिले थे। बेरोक टोक यात्रियों का आना-जाना लगा हुआ था और मेटल डिटेक्टर एक किनारे खराब पड़ा था। इस अव्यवस्था में सुधार करते हुए अब दो कैमरे लगाए गए है। ताकि यात्रियों पर नजर रखी जा सके। बावजूद अधिकारियों ने मेटल डिटेक्टर को दुरुस्त करवाना उचित नहीं समझा। वर्जन
स्टेशन की सुरक्षा को बढ़ाते हुए सौ नए कैमरे लगाने के लिए हरी झंडी मिल चुकी है। टैंडर प्रक्रिया पाइप लाइन में है। जल्द ही कैमरे लग जाने की उम्मीद है। स्टेशन की सुरक्षा को बढ़ाने व यात्रियों की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।
बीएस गिल, डायरेक्टर, रेलवे स्टेशन छावनी