बार एसोसिएशन चुनाव नजदीक, वोट बनवाने के समय याद आया बकाया, 144 वकीलों ने भरी राशि
बार एसोसिएशन चुनाव सिर पर आ गया तो वकीलों को वोट की याद आयी। जिसके बाद 144 वकीलों ने बार एसोसिएशन के लंबे समय से पेंडिग चल रहे फंड को भरा। ऐसे में चुनाव बार के लिए बड़ा फायदेमंद साबित हो रहा है। क्योंकि ड्यूज को भरा नहीं जा रहा था। हालांकि अभी भी काफी हद तक ऐसे वकील हैं। जिन्होंने बार की बकाया राशि को अभी भी नहीं दिया है। जिसके चलते बार एसोसिएशन की ओर से उन वकीलों को वोट डालने का अधिकार नहीं दिया जाता। भले ही उक्त वकील बार एसोसिएशन के मेंबर रहे।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : बार एसोसिएशन चुनाव सिर पर आ गया तो वकीलों को वोट की याद आयी। जिसके बाद 144 वकीलों ने बार एसोसिएशन के लंबे समय से पेंडिग चल रहे फंड को भरा। ऐसे में चुनाव बार के लिए बड़ा फायदेमंद साबित हो रहा है। क्योंकि ड्यूज को भरा नहीं जा रहा था। हालांकि अभी भी काफी हद तक ऐसे वकील हैं। जिन्होंने बार की बकाया राशि को अभी भी नहीं दिया है। जिसके चलते बार एसोसिएशन की ओर से उन वकीलों को वोट डालने का अधिकार नहीं दिया जाता। भले ही उक्त वकील बार एसोसिएशन के मेंबर रहे।
बता दें कि बार एसोसिएशन का 17 दिसंबर को चुनाव होना है। इस चुनाव में वहीं वकील अपनी वोट का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिन्होंने बार एसोसिएशन के सभी ड्यूज भरे हुए हैं। अंबाला बार एसोसिएशन की इनरोलमेंट लगभग 1400 है। लेकिन विगत दिनों तक बार एसोसिएशन के सिर्फ 858 वकील ही वोट डाल सकते थे। क्योंकि उन्होंने अपने पूरे ड्यूज जमा करवाए हुए थे। ------- -चुनाव के नामांकन के बाद भरे ड्यूज बार एसोसिएशन के चुनाव को लेकर जब नामांकन प्रकिया शुरू हो गई। तब ड्यूज क्लियर करने का काम शुरू किया गया। क्योंकि उनकी वोट तभी डाली जा सकती है। ऐसे में उम्मीदवारों ने ड्यूज क्लियर करने के लिए अपील की ताकि वोट मिल सके। इसके बाद वकीलों ने अपना बकाया भरना शुरू किया। जबकि पहले 858 थे जो अब बढ़कर 1002 तक पहुंच गए हैं। इन ड्यूज में वकीलों को 100 रुपये प्रति माह फंड, चैंबर 200 रुपये प्रति माह, बिजली के 100 रुपये प्रति माह और प्रति यूनिट 5 रुपये अलग से और पार्किंग 80 रुपये प्रति माह दिए जाते थे।
----- -चुनाव ने पकड़ी रफ्तार बार के चुनावी मैदान में उतरे वकीलों ने पूरी तरह से कमर कस ली है। जिसके चलते वकील वोट मांगने के लिए वकीलों के चैंबरों में पहुंच रहे हैं। जहां उन्हें वोट की अपील कर रहे हैं। वहीं कोर्ट समय के बाद वकीलों के घर जाकर वोट मांगी जा रही है। वहीं कुछ एडवोकेट ग्रुप में एकजुट होकर वोट अपने हक में डालने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।