बाबा मारकंडा का दो दिवसीय मेला शुरू
गांव तंदवाल-हरयोली की सीमा पर मारकंडा नदी के किनारे स्थित मार्कंडेश्वर मंदिर में लगने वाला दो दिवसीय मेला बुधवार विधिवत रूप से शुरू हो गया। श्रद्धालु सुबह से ही मेले में पहुंचने शुरू हो गए थे। श्रद्धालुओं ने सबसे पहले मारकंडा नदी के जल में मीठे चावल का प्रसाद चढ़ाकर माथा टेका व बाद में मंदिर में जाकर मन्नतें मांगीं।
संवाद सहयोगी, बराड़ा : गांव तंदवाल-हरयोली की सीमा पर मारकंडा नदी के किनारे स्थित मार्कंडेश्वर मंदिर में लगने वाला दो दिवसीय मेला बुधवार विधिवत रूप से शुरू हो गया। श्रद्धालु सुबह से ही मेले में पहुंचने शुरू हो गए थे। श्रद्धालुओं ने सबसे पहले मारकंडा नदी के जल में मीठे चावल का प्रसाद चढ़ाकर माथा टेका व बाद में मंदिर में जाकर मन्नतें मांगीं।
पहले दिन मेले में खूब चहल-पहल देखने को मिली। महिलाएं, युवा व बच्चे झूले का आनंद उठाते नजर आए। मेले में स्थानीय व बाहरी लोगों ने गिफ्ट आइटम, चीनी व मिट्टी के बर्तन, वस्त्र, धार्मिक मूर्तियां, पोस्टर व विभिन्न खाद्य-व्यंजनों की दुकानें सजाई थी। दुकानों में पुरुषों, महिलाओं व बच्चों ने जमकर खरीदारी की। खेल-खिलौनों की दुकानों पर खरीदारों की भारी भीड़ देखने को मिली। मंदिर कमेटी के स्वयंसेवकों व स्थानीय पुलिस ने भारी भीड़ के मद्देनजर यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने व सुरक्षा को चाक-चौबंद रखने का कर्तव्य निभाया।
बता दें कि क्षेत्र के श्रद्धालुओं द्वारा प्रति वर्ष यह मेला श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस मेले में हरियाणा राज्य के अलावा हिमाचल, पंजाब व उत्तर प्रदेश के सुदूर क्षेत्रों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रति वर्ष मार्कंडेश्वर मंदिर में शीश नवाकर मन्नतें मांगने एवं मन्नतें उतारने के लिए जुटते हैं। मेले के आयोजन को लेकर गत कई दिनों से लोगों के आगमन व ठहरने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रबंध किए गए थे। मेला कमेटी की ओर से शाम के वक्त कुश्ती के दंगल का आयोजन किया गया।
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जान जोखिम में डाल कर पार की नदी
वैसे तो मारकंडा नदी में पानी नाम मात्र ही रहता है, लेकिन आज मेले के दौरान नदी में अच्छा-खासा पानी देखने को मिला जिसे देखकर श्रद्धालुओं ने खुशी जाहिर की। वहीं हरियाली की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को जान जोखिम में डालकर पैदल व वाहनों में सवार लोगों पानी से होकर मंदिर में दर्शन करने को आना पड़ा। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। गलियों में रही जाम की स्थिति
मेले में जाने के लिए गांव तंदवाल की ओर से आने वाले अनेकों श्रद्धालुओं को जाम की समस्या से दो-चार होना पड़ा। गांव तंदवाल की मुख्य गली जोकि मार्कंडेय मंदिर की ओर जाती है। गली कम चौड़ी होने की वजह से दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। सारा दिन जाम के हालात बनें रहे। शाम के समय कुछ आवाजाही कम हुई तो लोगों ने राहत की सांस ली।