बहाली की फाइल रद करने और मानदेय में कटौती पर भड़कीं आशा वर्कर, विज के आश्वासन पर धरना समाप्त
एनएचएम कर्मचारियों को सातवें पे का लाभ दिए जाने की घोषणा और आशा वर्करों के मानदेय में कटौती के बहाली संबंधी फाइल को रद किए जाने से नाराज आशा वर्कर लामबंद होकर सोमवार छावनी के शास्त्री कालोनी पहुंची। राज्य के गृहमंत्री अनिल विज के आवास के बाहर आशा वर्करों के धरना कार्यक्रम को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। बैरिकेड्स लगाकर प्रदर्शनकारियों को शास्त्री कालोनी पर ही रोक दिया गया। आगे बढ़ने से रोके जाने के बाद आशा वर्करों ने धरना शुरू कर दिया।
जागरण संवाददाता, अंबाला: एनएचएम कर्मचारियों को सातवें पे का लाभ दिए जाने की घोषणा और आशा वर्करों के मानदेय में कटौती के बहाली संबंधी फाइल को रद किए जाने से नाराज आशा वर्कर लामबंद होकर सोमवार छावनी के शास्त्री कालोनी पहुंची। राज्य के गृहमंत्री अनिल विज के आवास के बाहर आशा वर्करों के धरना कार्यक्रम को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। बैरिकेड्स लगाकर प्रदर्शनकारियों को शास्त्री कालोनी पर ही रोक दिया गया। आगे बढ़ने से रोके जाने के बाद आशा वर्करों ने धरना शुरू कर दिया। पूरे दिन चले धरने के बाद सायं 5 बजे धारनारत आशा वर्करों के 5 सदस्यों को गृहमंत्री ने वार्ता के लिए बुलाया और एक सप्ताह में अधिकारियों के साथ बैठक करके समस्याओं का हल निकालने का आश्वासन दिया। इसके बाद आशा वर्कर वापस हुईं।
आशा वर्कर्स यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष सुरेखा, महासचिव सुनीता, सीटू प्रदेश महासचिव जय भगवान, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव सतीश सेठी के नेतृत्व में सुबह करीब दस बजे शास्त्री कालोनी गेट पर धरना शुरू हुई। सायं पांच बजे चले धरने को संबोधित करते हुए संगठन नेताओं ने कहा की 2 नवंबर को एनएचएम कर्मचारियों को सातवें पे कमीशन के लाभ देने की घोषणा की गई और राज्य की 20000 आशा वर्करों के बारे में एक शब्द नहीं कहा जबकि कुछ मानदेय कटौती की बहाली की फाइलों को भी रद्द कर दिया गया । आशा वर्कर्स हरियाण सरकार के ऐसे व्यवहार को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं करेंगे। कोरोना रोधी टीकाकरण में आशाओं को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक की ड्यूटी कर रही हैं भारत सरकार आशा वर्कर्स को 1000 रुपये अतिरिक्त मानदेय देती थी जो अक्तूबर से बंद कर दिया गया। आशाओं को फिक्स राशि 4000 मिलती है। प्रोत्शाहन राशियों को मिलाकर मुस्किल से 6- 7 हजार महीना वर्कर को मिलता है। इसमें गुजारा संभव नहीं है। इसलिए आशाओं को स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी घोषित किया जाए और 24000 रूपये न्यूनतम वेतन दे। इस दौरान प्रवेश, अनीता, कमलेश, रानी, सुदेश, मीरा, सुधा, पूनम, नीरू, वंदना, सुमन, कविता, सीमा, शीला, दर्शना, रजनी, सुमन, पिकी, रोशनी, सर्व कर्मचारी संघ जिला सचिव महावीर पाई, सीटू नेताओं, रमेश, जगपाल राणा, अनिल, लायर्स यूनियन के राज्य नेता राजविदर चंडी ने भी संबोधित किया।