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24 दिनों में 1600 किमी तय कर दिल्ली से द्रास पहुंचेगी सेना की साइकिल यात्रा, अंबाला में स्वागत

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By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Jul 2022 11:55 PM (IST)Updated: Sun, 03 Jul 2022 11:55 PM (IST)
24 दिनों में 1600 किमी तय कर दिल्ली से द्रास पहुंचेगी सेना की साइकिल यात्रा, अंबाला में स्वागत
24 दिनों में 1600 किमी तय कर दिल्ली से द्रास पहुंचेगी सेना की साइकिल यात्रा, अंबाला में स्वागत

जागरण संवाददाता, अंबाला : भारत की आजादी के 75 साल के उपलक्ष्य में आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना द्वारा दिल्ली से द्रास तक एक ऐतिहासिक साइकिल यात्रा अभियान की शुरुआत की गई है। यह साइकिल यात्रा अभियान रविवार को अंबाला में पहुंची, जिसका 2 कोर सिग्नल रेजिमेंट के कार्यवाहक कमांडिग आफिसर ने स्वागत किया। साइकिल यात्रा अभियान सोमवार को चंडीगढ़ के लिए रवाना होगी। टीम में 20 सैनिक और वायु योद्धा शामिल हैं। इसका नेतृत्व सेना और वायु सेना की दो उज्ज्वल महिला अधिकारी कर रही हैं। साइकिल चालकों को 24 दिनों में 1600 किलोमीटर (किमी) की दूरी तय करेंगे, जिसका समापन 26 जुलाई को द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर होगा, जो कारगिल युद्ध के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर शहीदों को श्रद्धांजलि है। यह अभियान हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करने से पहले पंजाब से होते हुए आगे बढ़ेगा। लद्दाख की ओर बढ़ने पर अभियान को बढ़ते इलाके और आक्सीजन की कमी के खिलाफ दुर्गम चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।

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ये कर रही हैं साइकिल यात्रा का नेतृत्व

- साइकिल चालकों की टीम का नेतृत्व कोर आफ सिग्नल्स की मेजर सृष्टि शर्मा कर रही हैं। मेजर सृष्टि दूसरी पीढ़ी की अधिकारी हैं, जिन्हें विभिन्न तकनीकी आधारित खुफिया कार्यों में उनके योगदान के लिए 2019 में चीफ आफ इंटीग्रेटेड स्टाफ कमेंडेशन कार्ड से सम्मानित किया गया था। वर्तमान में दिल्ली में तैनात, उन्हें गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों के दौरान वायु रक्षा संचार पहलुओं में उनके योगदान के लिए 2021 में वायु सेना प्रमुख प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया था।

- भारतीय वायु सेना की टीम का नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर मेनका कर रही हैं, जिन्होंने 10 साल की सेवा के दौरान बीदर, ग्वालियर और देवलाली में रसद अधिकारी के रूप में काम किया है। वर्तमान में वायु सेना स्टेशन कलाईकुंडा में सेवारत, उन्हें ग्वालियर वायु सेना स्टेशन में विभिन्न रसद मुद्दों के असाधारण संचालन और त्वरित समाधान के लिए 2016 में एयर आफिसर कमांडिग-इन-चीफ सेंट्रल एयर कमांड कमेंडेशन कार्ड से सम्मानित किया गया था।


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