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दो साल से अटकी सीएम की घोषणा, न बना आल वेदर स्वी¨मग पूल न पार्किंग

- 10 करोड़ से बनना था स्वी¨मग पूल, 2.44 करोड़ की लागत से बनाई जानी थी सेक्टर 10 में पार्किंग

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 Aug 2018 12:58 AM (IST)Updated: Thu, 30 Aug 2018 12:58 AM (IST)
दो साल से अटकी सीएम की घोषणा, न बना आल वेदर स्वी¨मग पूल न पार्किंग
दो साल से अटकी सीएम की घोषणा, न बना आल वेदर स्वी¨मग पूल न पार्किंग

- 10 करोड़ से बनना था स्वी¨मग पूल, 2.44 करोड़ की लागत से बनाई जानी थी सेक्टर 10 में पार्किंग

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- अफसर उच्चाधिकारियों को फाइल भेज कर भूले, 28 मई 2016 को की थी घोषणा जागरण संवाददाता, अंबाला शहर

शहर सेक्टर-10 में मुख्यमंत्री ने करीब साढ़े 12 करोड़ रुपये से दो विकास परियोजनाओं की घोषणा की थी। इन घोषणाओं के मुताबिक सेक्टर-10 स्थित राजीव गांधी खेल स्टेडियम में आल वेदर स्वी¨मग पूल बनाया जाना था तो दूसरी घोषणा के मुताबिक पॉलीक्लीनिक के सामने दुर्दशा झेल रहे हुडा के शा¨पग कांप्लेक्स में 2.44 करोड़ रुपये से पार्किंग विकसित की जानी थी। आलम यह है कि 28 मई 2016 को मुख्यमंत्री ने अपने दौरे के दौरान की इन घोषणाओं के मुताबिक जमीनी स्तर पर इतने अर्से बाद भी कोई काम नहीं हो पाया है। वहीं, महकमे के अधिकारी उच्चाधिकारियों ने इन प्रोजेक्ट्स की फाइलें उच्चाधिकारियों को भेजकर अपनी जिम्मेदारी की इतिश्री कर ली है। हुडा व खेल विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अब उनके स्तर का कोई काम नहीं बचा है और जो भी करना है मुख्यालय स्तर पर किया जाना है। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं को कितनी गंभीरता से लिया जा रहा है।

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स्वी¨मग पूल बना नहीं पर खूब हो रही राजनीति

- सूबे के मुख्यमंत्री ने शहर सेक्टर-10 स्थित राजीव गांधी खेल स्टेडियम में ऑल वेदर स्वी¨मग पूल बनाए जाने की घोषणा की थी। इसी बीच घोषणा छावनी स्थित वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम स्थित स्वी¨मग पूल को आल वेदर बनाने को लेकर हुई। शहर स्थित स्टेडियम हुडा की जमीन पर है लेकिन खेल गतिविधियां खेल विभाग के अधीन हैं। ऐसे में दोनों महकमों में खूब रार हुई की पूल का खर्च कौन उठाएगा। आखिरकार निर्णय हुआ कि खेल विभाग ही खर्च उठाएगा। इस पूल को लेकर आई तकनीकी कमेटी ने ऑल वेदर प्रोजेक्ट में तकनीकी खामियां बताते हुए इसे साधारण का रूप दे दिया। स्थानीय विधायक के संज्ञान में मामला आया तो फिर दोबारा से इसका आल वेदर प्रोजेक्ट के तौर पर तैयार कराया गया। हालांकि, आल वेदर के हिसाब से स्टैंडर्ड साइज 25 मीटर गुना 50 मीटर के इस स्वी¨मग पूल का यह प्रोजेक्ट अभी तक कागजों से बाहर नहीं निकला है।

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प्रोजेक्ट को मंजूरी के लिए भेजा हुआ है

- डिप्टी डायरेक्टर स्पो‌र्ट्स अरूण कांत के मुताबिक आल वेदर स्वी¨मग पुल के एस्टीमेट व नक्शा आदि डायरेक्टर स्पो‌र्ट्स को भिजवाया हुआ है। यह प्रोजेक्ट अभी प्रक्रिया में है।

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उच्चाधिकारियों को लेना है निर्णय

- हुडा के एसडीओ सुख¨वद्र ¨सह के मुताबिक पार्किंग का एस्टीमेट उच्चाधिकारियों को भेजा हुआ है और मुख्यालय स्तर पर ही इस पर निर्णय लिया जाना है।


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