Ambala Suicide Case: घरेलू तनाव की वजह से फंदा लगाकर व्यक्ति ने जान दी, अस्पताल में पुलिस के छूटे पसीने
हरियाणा के अंबाला में घरेलू तनाव की वजह से एक व्यक्ति ने फंदा लगाकर जान दे दी। शव को फंदे पर झूलता देख स्वजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को फंदे से उतार जिला नागरिक अस्पताल पहुंचाया जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : दो खंभा चौक के नजदीक किराये के मकान में रहने वाले एक व्यक्ति ने रविवार दोपहर बाद घर में ही फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। शव को फंदे पर झूलता देख स्वजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को फंदे से उतार जिला नागरिक अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। लेकिन रात करीब पौने दस बजे तक मृतक की पत्नी शालू यह मानने के लिए तैयार नहीं थी कि उसके पति का निधन हो गया है।
शव को इमरजेंसी से मोर्चरी तक पहुंचाने में पुलिस के छूटे पसीने
लिहाजा शव को इमरजेंसी से मोर्चरी तक पहुंचाने में पुलिस के पसीने छूट गए। जानकारी अनुसार रजपुरा थाना तहसील गिनौर गांव गमा जिला संभल उत्तर प्रदेश निवासी 38 वर्षीय सुनील ने रविवार शाम घर में ही फंदे से लटकर जान दे दी।
इसके बाद पुलिस उसकी पत्नी शालू के साथ शव को लेकर रात करीब साढ़े आठ बजे जिला नागरिक अस्पताल में पहुंची। वहां पर ट्रामा सेंटर में डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। लेकिन शालू बार बार उसकी छाती पर कान लगाकर यही कहती रही कि सांसे चल रही हैं।
महिला ने कहा उसका पति अभी जीवित है
चौकी प्रभारी रोहताश ने समझाने का प्रयास किया तो महिला ने कहा कि उसका पति अभी जीवित है। यदि यहां कोई सुनवाई नहीं करेगा तो वह उसे दूसरे अस्पताल में ले जाएगी। रोहताश ने कहा कि बाडी का पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाना है, तो महिला ने कहा कि वह अपने जीवित पति का पोस्टमार्टम नहीं होने देगी। इसके बाद अस्पताल के स्टाफ के सहयोग से शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया।
शव के पास नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
शव के पास से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला। ना ही इसका बात का पता चल पाया कि सुनील ने फंदा क्यों लगाया। मृतक के चार बच्चे हैं, जिनमें से तीन बेटियां हैं। बड़ी लड़की 13 साल और बेटा 11 साल का बताया जा रहा है। अस्पताल में समाचार लिखे जाने तक कोई स्वजन नहीं पहुंचा था।
दंपती में अनबन बनी खुदकुशी की वजह
पुलिस सूत्रों के अनुसार सुसाइड का कारण दंपती में अनबन बताई जा रही है। और यह विवाद होली से पहले का चल रहा है। रात करीब 11 बजे महिला कांस्टेबल पहुंची और तब जाकर डेडबाडी को मोर्चरी में रखवाया गया।