Ambala News: FSL में भ्रष्टाचार में अधिकारी समेत कंपनी के चार पदाधिकारी फंसे, ACB दर्ज करेगी केस
Ambala News अंबाला में एफएसएल में भ्रष्टाचार में अधिकारी समेत कंपनी के चार पदाधिकारी फंस गए हैं। डीआक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (डीएनए) किट की खरीद के करीब छह करोड़ के टेंडर में 11 लाख रुपये रिश्वत का मामला उजागर हुआ था।
अंबाला, दीपक बहल: प्रदेश की फोरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) में भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने के मामले में अब करीब डेढ़ साल बाद एफएसएल के एक अधिकारी समेत कंपनी के चार पदाधिकारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज होने जा रही है। डीआक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (डीएनए) किट की खरीद के करीब छह करोड़ के टेंडर में 11 लाख रुपये रिश्वत का मामला उजागर हुआ था।
आइजी के नेतृत्व में स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम बनाई
प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने संज्ञान लेते हुए करनाल रेंज के आइजी के नेतृत्व में स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) बनाई थी। बाद में एडीजीपी के नेतृत्व में दूसरी एसआइटी बनी और फिर मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश के बाद एंटी क्रप्शन ब्यूरो (एसीबी) हरियाणा के पास आ गया।
वीरवार को राज्य सरकार की ओर से भी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में जवाब पेश किया गया, जिसके बाद एक माह के भीतर एफआइआर दर्ज करने के आदेश दिए गए। इस प्रकरण में एफएसएल के ही सहायक निदेशक डा. राजीव क्वात्रा ने ही शिकायत की थी और वाट्सअप काल रिकार्डिंग के माध्यम से सुबूत जुटाए थे। जिस कंपनी की डीएनए किट एफएसएल में सप्लाई होनी थी, उसमें पदाधिकारियों से फोन पर बातचीत की और वाट्सअप काल की रिकार्डिंग की थी।
इसी काल रिकार्ड को आधार बनाकर एसआइटी ने जांच की और मामले को संदिग्ध पाया। बाद में मामला एसीबी के पास गया, जिसने कंपनी से जुड़े पदाधिकारियों और आरोपों से घिरे कंपनी पदाधिकारियों के बयान दर्ज किए। इस पूरे प्रकरण में रिकार्डिं के माध्यम से जांच को आगे बढ़ाया गया। अब एसीबी मामला दर्ज करके इसे आगे बढ़ाएगी।
यह है मामला
जनवरी 2021 में हरियाणा मेडिकल सर्विस कारपोरेशन लिमिटेड (एचएमएससीएल) के माध्यम से डीएनए पीसीआर किट के लिए टेंडर डाला गया था। करीब एक करोड़ किट और अन्य सामान सप्लाई किया जा चुका है।
इसके लिए बाकायदा कमेटी बनाई गई थी और कमेटी के ही एक सदस्य ने कमेटी के ही सदस्य पर बातचीत कर कंपनी से सेटिंग करने की बात कही। 29 अक्टूबर 2021 को कंपनी के एक अधिकारी ने डा. राजीव क्वात्रा को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया और बताया कि उन पर रिश्वत का लगातार दबाव बन रहा है।
रिश्वत न देने पर टेंडर कैंसिल करने और दूसरी कंपनी, जो इस रेस में थी, को देने को कहा जा रहा है। डा. क्वात्रा ने कंपनी से जुड़े तीनों अधिकारियों से अलग-अलग बातचीत की और उनकी वीडियो काल भी रिकार्ड की। कंपनी के पदाधिकारियों की वीडियो रिकार्डिंग राजीव को मिल गई, तो उन्होंने 8 दिसंबर को प्रदेश के गृह मंत्री व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को शिकायत दी है।
यह होती है डीआक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (डीएनए) पीसीआर किट
किसी भी जिले में हत्या, दुष्कर्म या अन्य संगीन मामलों, जिनमें डीएनए की जरूरत हो, उसमें डीएनए पीसीआर किट का इस्तेमाल होता है। इसी किट के माध्मय से डीएनए मैच कराया जाता है, जिसके आधार पर पुलिस की जांच आगे बढ़ती है।