डेढ़ साल पहले बीटेक के छात्र की इत्तेफाकिया मौत हत्या में तब्दील
करीब डेढ़ साल पहले छात्र पप्पू कुमार हुई मौत के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। विसरा जांच रिपोर्ट के बाद मुलाना पुलिस ने हत्या का केस दर्जकर जांच शुरू कर दी है।
संवाद सहयोगी, मुलाना : करीब डेढ़ साल पहले छात्र पप्पू कुमार हुई मौत के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। विसरा जांच रिपोर्ट के बाद मुलाना पुलिस ने हत्या का केस दर्जकर जांच शुरू कर दी है। पप्पू की मौत की वजह पेट में एल्मूनियम फास्फाइड की मात्रा होना है। जहर उसके पेट तक कैसे गया, इसकी छानबीन शुरू की गई है।
पप्पू हिदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी धीन गांव में बीटेक तृतीय वर्ष का छात्र था। इस मामले में उन छात्रों से भी पूछताछ की जाएगी, जो उस दौरान उसके साथ रहते थे। मामला अब काफी पेंचीदा हो चुका है, जबकि पुलिस ने हत्या के एंगल से इसकी जांच शुरू की है।
यह है मामला
17 मार्च, 2018 को एमएम अस्पताल में पप्पू कुमार निवासी अमारापरा बाजार, जिला पाकडू, झारखंड को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था। वहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। उसके सहपाठियों ने घटना की जानकारी उसके परिजनों को दी। यहां पर कृष्णा मुर्म निवासी गांव संथाल दखिन बहिअर, थाना पोडेयाहट डाक खाना सलैया, जिला गोड्डा, झारखंड ने बयान दिया था। उसने बताया कि वह हिदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नॉलजी में सिविल इंजीनियर द्वितीय वर्ष का छात्र है। उसका दोस्त पप्पू कुमार भी उसी इंस्टीट्यूट में बीटेक तृतीय वर्ष का छात्र था। उसने बताया कि वे दोनों अपने अन्य साथियों ओंकार कुमार, सौरभकांत और जयकांत राणु किराये के कमरे में रहते थे। प्रभात कुमार नामक छात्र उनसे अलग रहता था। वह भी बीटेक तृतीय वर्ष का छात्र था। कृष्ण मुर्म ने बताया था कि 16 मार्च, 2018 को पप्पू और उसके दोस्त ने एक दुकान से समोसा और गुलाब जामुन खाया। रात में तबीयत बिगड़ गई। सुबह उसे एक डॉक्टर के पास ले जाया गया। बाद में उसे एमएम अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई की थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर वारिसों को सौंप दिया था। विसरा जांच के लिए लैब में भेज दिया गया। उसकी अब जांच रिपोर्ट मिलने के बाद हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
रिपोर्ट में आया जहर से हुई मौत
इस केस में जब विसरा रिपोर्ट आई तो यह काफी चौंकाने वाली थी। रिपोर्ट में लिखा था कि पेट में एल्मूनियम फास्फाइड काफी मात्रा में मिला है, जिससे उसकी मौत हो सकती है। खाने-पीने की वस्तु से यह जहर आने से भी इन्कार नहीं किया जा सकता।
जहर से हुई मौत : एसएचओ
मुलाना थाना के एसएचओ हरभजन सिंह ने बताया कि विसरा जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि एल्मूनियम फास्फाइड जहर से मौत हुई है। अब यह जहर कैसे उसके पेट में पहुंचा, डॉक्टरों ने इस बारे में अपनी राय नहीं दी है। फिलहाल धारा 302 में मामला दर्ज कर जांच शुरू की जा रही है।