खेतों में जमा बरसाती पानी से बर्बाद हो रही 50 एकड़ गेहूं की फसल
कस्बा मुलाना में गंदे पानी निकासी की सुविधा न होने के कारण किसानों के लिए आफत बन चुका है। पानी खेतों की ओर बह निकलता है जिस कारण किसानों की गेहूं की फसल बर्बाद हो रही है। बरसात के दिनों में तो मुलाना व टंगैल का पानी डेहर के खेतों में की ओर बहता है।
संवाद सहयोगी, मुलाना
कस्बा मुलाना में गंदे पानी निकासी की सुविधा न होने के कारण किसानों के लिए आफत बन चुका है। पानी खेतों की ओर बह निकलता है, जिस कारण किसानों की गेहूं की फसल बर्बाद हो रही है। बरसात के दिनों में तो मुलाना व टंगैल का पानी डेहर के खेतों में की ओर बहता है। इस कारण दर्जनों किसानों के करीब 50 एकड़ भूमि जलमग्न हो जाती है। यह पानी कई दिनों तक सूख नहीं पाता। किसानों ने अपनी फसलों को बचाने के लिए खेतों में से एक नाला निकला हुआ है, तब कहीं जाकर किसानों की थोड़ी बहुत फसल बच पाती है।
यह कहते हैं किसान
किसान शिव चरण, सोमनाथ, धनीराम व राजेंद्र ने बताया कि इस समय धान की फसल में कई कई फीट पानी जमा है। गेहूं की फसल पीली पड़ चुकी है। किसान यहां पर पशुओं के लिए चारा भी नहीं उगा सकते। हर साल पानी के कारण उनकी गेहूं की फसल नहीं उग पाती, जिससे उनको भारी नुकसान होता है। किसान का कारोबार फसल पर ही टिका होता है। हर बार चुनाव से पहले नेताओं से गांव में पानी निकासी के लिए नाला बनाए जाने की मांग की गई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया। गांव से सड़क के साथ-साथ पानी निकासी का नाला बना दिया जाए तो किसानों की फसल बर्बाद होने से बच सकती है। साथ ही गांव के गंदे पानी की निकासी हो जाएगी।
गंदे पानी से चर्म रोग
किसानों ने बताया कि गांव का गंदा पानी खेतों में जमा होने के कारण जब किसान इस पानी में से गुजरता है तो उनको चर्म रोग हो जाते हैं। किसान शिव राम व विनोद कुमार ने बताया कि पास में ही ज्वाला माता का मंदिर है। सड़ रहे पानी के कारण यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचती है। पूरे गांव की नालियों को गंदा पानी खेतों में खड़ा रहता है।
इन किसानों की गेहूं की फसल पर संकट
खेत में गंदा पानी खडा होने के किसानों की कई एकड़ फसल पर संकट है। इन में शिव चरण की करीब 13 एकड़, सोम प्रकाश की डेढ़ एकड़, धनी राम व मनी राम की 7 एकड़, तेजू गोसाई की 5 एकड़, जनक सिंह की 7 एकड़, ज्योति राम की 4 एकड़, सुरेन्द्र राणा की 4 एकड़, राजेन्द्र, सिंह राम व इन्द्र सिंह की 8 एकड़, श्याम राणा की 3 एकड़ व जसबीर सिंह राणा की करीब 9 एकड़ गेहूं की फसल में पानी खड़ा हो जो करीब करीब नष्ट होने के कगार पर है।
यह कहते हैं सरपंच
मुलाना सरपंच नरेश चौहान ने कहा कि गांव का गंदा पानी खेतों में जा रहा है यह सच है। लेकिन पंचायत इस नाले को बनाने के लिए तैयार है, जिसमें सभी किसानों का सहयोग चाहिए। अगर किसान थोड़ी-थोड़ी जमीन दें दें तो पानी निकासी के लिए नाला पंचायत की ओर से बनाया जा सकता है। लेकिन नाला सड़क के किनारे बनाए गए तो उस साईड में उंचाई होने के कारण पानी निकासी नही हो सकती।