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रणधीर हत्याकांड के गवाह का एक्सीडेंट, पैर काट कर बचाई जान

साल 2018 को हुए रणधीर हत्याकांड का गवाह सुरेश कुमार सड़क हादसे में बुरी तरह से घायल हो गया है। हादसे के बाद जब उसे अस्पताल ले जाया गया तो जान बचाने के लिए डाक्टरों को उसका पैर काटना पड़ा जबकि उसकी बाजू बुरी तरह से जख्मी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 05 Oct 2020 07:05 AM (IST)Updated: Mon, 05 Oct 2020 07:05 AM (IST)
रणधीर हत्याकांड के गवाह का एक्सीडेंट, पैर काट कर बचाई जान

संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ : साल 2018 को हुए रणधीर हत्याकांड का गवाह सुरेश कुमार सड़क हादसे में बुरी तरह से घायल हो गया है। हादसे के बाद जब उसे अस्पताल ले जाया गया तो जान बचाने के लिए डाक्टरों को उसका पैर काटना पड़ा जबकि उसकी बाजू बुरी तरह से जख्मी है। बाजू का भी ऑपरेशन किया गया। घायल का उपचार पीजीआइ चंडीगढ़ में किया जा रहा है। उसकी हालत स्थिर बनी है। गौरतलब है कि इस मामले में एक अन्य गवाह को 2019 में उस समय गोलियों से भून दिया था जब वह अपने घर पर सो रहा था। रणधीर हत्याकांड में गवाह सुरेश कुमार के एक्सीडेंट को लेकर भी कई सवाल खड़े होने लगे हैं। पुलिस ने इस संबंध में सुरेश कुमार की शिकायत पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

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इस तरह से हुआ हादसा

घायल सुरेश कुमार निवासी गाव लालपुर ने बताया कि उसका त्रिलोकपुर, कालाअंब में क्लीनिक है। वह गांव महुआखेड़ी के रणधीर हत्याकांड का गवाह भी है। उसकी जान को खतरा है, जिसके चलते सरकार ने उसे गनमैन दिया हुआ है। उन्होंने बताया कि 28 सितंबर 2020 को वह शाम करीब छह बजे क्लीनिक से अपनी बाइक पर सवार होकर नारायणगढ़ आ रहा था। उसका गनमैन सिपाही प्रदीप कुमार भी असलहे लेकर उसके पीछे बाइक पर आ रहा था। गांव शाहपुर से आगे रूण नदी पार तो एक कैंटर ने दूसरी गाड़ी को ओवरटेक किया और सीधी टक्कर उसकी बाइक में मारी दी। वह बुरी तरह से घायल हो गया, जबकि कैंटर चालक मौके से फरार हो गया। घायल हालत में उसके गनमैन ने उसको नागरिक अस्पताल नारायणगढ़ में दाखिल कराया, यहां पर उसको प्राथमिक उपचार देने के बाद सेक्टर 6 पंचकूला स्थित अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां पर उसका उपचार के दौरान हालत खराब होने पर पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। यहां पर उसकी जान बचाने के लिए आपरेशन कर टांग काटना पड़ा।

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इस तरह से हुआ था रणधीर हत्याकांड

13 मई 2018 को रणधीर हत्याकांड का केस पूर्णचंद की शिकायत पर दर्ज हुआ था। पूर्णचंद ने बताया कि वह नखडौली स्कूल के पास पहुंचा ही था कि उसके चचेरा भाई रणधीर सिंह अपनी कार से बच्चों को नखडौली में एक सत्संग में छोड़कर वापस आ रहा था। एक अन्य कार ने उसके भाई की कार को ओवरटेक कर गाड़ी को रोका। इस कार से उतरे लोगों ने रणधीर पर ताबड़तोड़ फायरिग की, जबकि उस पर चाकुओं से भी कई वार किए। हत्या के बाद आरोपित अपनी कार में बैठकर फरार हो गए थे। इस मामले में पुलिस ने पूर्णचंद की शिकायत पर मोहित, राजविदर सिंह, दिनकर, मोहित, सोमित के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी थी।

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वर्जन

घायल की हालत में सुधार हो रहा है। वह हत्याकांड के एक केस में गवाह है, जिसे पुलिस सुरक्षा मिली है। पुलिस इस हादसे की जांच कर रही है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के अनुसार कार्रवाई होगी। आरोपित को जल्द ही काबू कर लिया जाएगा।

- गुरमेल सिंह, एसएचओ नारायणगढ़


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